पहले सर्वदलीय बैठक का बहिष्कार और फिर सदन में किया हंगामा, जानिए आखिर क्या है बेनीवाल की मांग?
Rajasthan vidhansabha session: राजस्थान का 16वीं विधानसभा के सत्र (Rajasthan vidhansabha session) की शुरूआत आज 19 जनवरी को राज्यपाल कलराज मिश्र के अभिभाषण से हुई. राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सदन में जमकर हंगामा भी हुआ. जिसमें पूर्ववर्ती गहलोत सरकार की योजनाओं से लेकर उनके कार्यकाल में प्रदेश की आर्थिक स्थिति को लेकर पर तंज […]
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Rajasthan vidhansabha session: राजस्थान का 16वीं विधानसभा के सत्र (Rajasthan vidhansabha session) की शुरूआत आज 19 जनवरी को राज्यपाल कलराज मिश्र के अभिभाषण से हुई. राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सदन में जमकर हंगामा भी हुआ. जिसमें पूर्ववर्ती गहलोत सरकार की योजनाओं से लेकर उनके कार्यकाल में प्रदेश की आर्थिक स्थिति को लेकर पर तंज कसा गया. फिलहाल कार्यवाही को 23 जनवरी सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. सदन में जैसे ही राज्यपाल ने अभिभाषण शुरू किया, वैसे ही आरएलपी विधायक हनुमान बेनीवाल ने हंगामा शुरू कर दिया.
सत्र से एक दिन पहले सर्वदलीय बैठक भी बुलाई गई थी. लेकिन राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो और खींवसर विधायक ने इसके बहिष्कार का ऐलान किया था. उनकी मांग थी कि राजस्थान लोकसेवा आयोग (आरपीएससी) को तुरंत भंग किया जाए.
RPSC भंग करने को लेकर की नारेबाजी
जब आज सदन में सत्र की शुरूआत हुई तो उन्होंने अपनी मांग को दोहराया और नारेबाजी भी की. विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान बेनीवाल ने आरपीएससी को भंग करने की मांग उठाई. वहीं, उन्होंने नागौर संसदीय क्षेत्र के लिए अपने प्रयास की भी बात साझा की. उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया कि नागौर संसदीय क्षेत्र में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत 379.65 किलोमीटर सड़को की स्वीकृति भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय ने जारी की. सांसद रहते हुए उन्होंने इसकी अनुशंसा भेजी थी. बेनीवाल का कहना है कि राजस्थान में सबसे अधिक लंबाई की स्वीकृति नागौर संसदीय क्षेत्र के लिए हुई है.
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