गहलोत के अंगूठे की चोट पर बयानबाजी तेज! मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर कसा तंज तो राठौड़ ने ऐसे दिया जवाब
Ashok Gehlot vs Rajendra rathore: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok gehlot) ने जब बयान दिया कि मेरे अंगूठे को लेकर लोग कटाक्ष कर रहे हैं, तो अब इस पर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ (Rajendra Rathore) ने भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्रीजी ने कल 19 नए जिलों (New Districts) के गठन की घोषणा की. उस […]
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Ashok Gehlot vs Rajendra rathore: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok gehlot) ने जब बयान दिया कि मेरे अंगूठे को लेकर लोग कटाक्ष कर रहे हैं, तो अब इस पर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ (Rajendra Rathore) ने भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्रीजी ने कल 19 नए जिलों (New Districts) के गठन की घोषणा की. उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह कहा कि मैरी पैर की चोट को लेकर प्रतिपक्ष के नेता सहित सभी लोगों ने कटाक्ष किए और कुशलता नहीं पहुंची पूछी. मुख्यमंत्रीजी के चोटिल होते ही मैंने एक संदेश के माध्यम से से कुशलता पूछी थी.
एक बार फिर उन्होंने सवाल उठाया और कहा कि अब मैंने यह जरूर कहा है कि आज 36वां दिन है, दो अंगूठियों की चोट, एक राज्य के मुख्यमंत्री और इतना लंबा अंतराल. अगर आम आदमी इस तरह अंगूठो की चोट से चोटिल 36-36 दिन अपने घर में कैद रहे. निश्चित तौर पर कहीं ना कहीं हमारी चिकित्सा, विज्ञान और चिकित्सा लगे हुए चिकित्सकों पर एक सवालिया निशान खड़ा होता है. मैंने यह जरूर कहा है कि क्या मैं केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रीजी से बात करके एम्स की टीम को बुलाऊ? यह मैंने अनुमति जरूर चाही है.
राठौड़ ने इसी दौरान पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा के लिए कहते हुए राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सरकार के पीसीसी के अध्यक्ष जब भी इधर से निकलते है, एक-दो बार मुझे जरूर याद कर लेते है. कई बार मुझे चुनौती देते हैं और मेरे विजय रथ को रोकने की बात करते हैं. कई बार यह कहते हैं कि अबकी बार मैं चूरू से चुनाव लड़ूंगा. राठौड़ ने डोटासरा को चुनौती देते हुए कहा कि लड़के दिखाओ. मैं उन्हीं से कहता हूं एक से ज्यादा जगह पर चुनाव लड़ने की हिम्मत वह करता है, जिसको लोग चाहते हैं. लक्ष्मणगढ़ से बाहर निकलकर चुनाव लड़कर तो देखें तो उनको मालूम पड़ेगा.
डोटासरा पर कसा तंज-शेखावटी में इस बार कांग्रेस का सूपड़ा साफ
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस बार शेखावाटी में इस कांग्रेस का सूपड़ा साफ होगा. यह दीवार पर लिखा साफ दिखाई देता है. कांग्रेस के भीतर जिस प्रकार टिकटों को लेकर मारकाट मची है और मुख्यमंत्रीजी जिस प्रकार अपने ही लोगों को राजनीति करके अलग-थलग करने का काम कर रहे हैं. निश्चित तौर पर इस कांग्रेस अपनी अंतिम पायदान पर आकर खड़ी हो गई.
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राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि डोटासराजी मेरे मित्र हैं. मैं धन्यवाद देना चाहूंगा कि मुझे हमेशा सुर्खियों में रखते हैं. क्योंकि पिछले मैं तो 7 बार से विधानसभा में हूं और वह 3 बार से विधानसभा में वो हैं. तो अगली बार यह दोस्त-दोस्त ना रहा. इस तर्ज पर देखते हैं कौन नहीं रहा और न रहेगा.
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