राजस्थान: कांग्रेस में CM फेस पर वेणुगोपाल ने किया सबकुछ साफ! बयानबाजियों पर दी ये चेतावनी

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Congress meeting regarding Rajasthan assembly elections: राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 (rajasthan assembly election 2023) को लेकर दिल्ली स्थित AICC में 4 घंटे चली बैठक के बाद कई बातें लगभग साफ हो चुकी हैं. पार्टी (Congress party rajasthan) सितंबर के पहले सप्ताह में उम्मीदवारों की घोषणा करेगी. पार्टी ने ये भी इशारा कर दिया कि इसके लिए तैयारियां हो चुकी हैं और उम्मीदवार को लेकर क्राइटेरिया भी तय किया जा चुका है.

(Rajasthan news) पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल (KC Venugopal)ने मीटिंग खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर फेस वार पर भी लगभग विराम लगा दिया है. उनका दावा है कि अब पार्टी में नेताओं के बीच कोई इश्यूज नहीं हैं. सभी मामले खत्म हो चुके हैं. वेणुगोपाल ने ये भी साफ कर दिया कि पार्टी सामूहिक लीडरशिप में चुनाव लड़ेगी. कांग्रेस कभी भी सीएम उम्मीदवार घोषित नहीं करती. साथ ही बयानबाजियों पर वेणुगोपाल ने कहा कि बयानबाजी करने पर कार्रवाई होगी. किसी को भी कुछ कहना होगा वो पार्टी प्लेटफॉर्म पर कहेगा. 

आने वाले 90 दिनों की ये है प्लानिंग
केसी वेणुगोपाल ने बताया कि आने वाले 90 दिनों में लोगों को अपनी कल्याणकारी योजनाओं के बारे में बताने और उनसे संवाद करने के लिए घर-घर जाकर अभियान शुरू कर रहे हैं. पार्टी संगठन को मजबूत किया जाएगा. सभी ने फैसला किया कि हम एक साथ लड़ेंगे और हमें किसी भी कीमत पर राजस्थान जीतना होगा.

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सितंबर तक जारी होगी उम्मीदवारों की लिस्ट
वेणुगोपाल ने साफ किया कि वे सितंबर के पहले हफ्ते तक उम्मीदवारों की घोषणा हो जाएगी. उम्मीदवारों के चयन को लेकर मीटिंग में फैसला हुआ है. इसबार जीताऊ उम्मीदवार ही मैदान में उतरेंगे. इसके लिए कई दौर का सर्वे हो चुका है.

यहां भी गहलोत गुट हावी!
मीटिंग में सीएम गहलोत वर्चुअली जुड़े थे. बैठक में पायलट थे पर उनके गुट के मंत्री नहीं दिखे. वहीं गहलोत गुट के मंत्रियों का दबदबा दिखा. बैठक में अशोक गहलोत और सचिन पायलट अलावा करीब 30 नेताओं शामिल हुए थे. स्पीकर सीपी जोशी के अलावा प्रदेश प्रभारी रंधावा, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटाससरा तीनों सह प्रभारी मीटिंग में मौजूद थे. दूसरे प्रदेशों बतौर प्रभारी राजस्थान के नेता भी मौजूद थे. इनके अलावा मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, लालचंद कटारिया, गोविंद राम मेघवाल, शकुंतला रावत, उदयलाल आंजना,परसादी लाल मीणा, ममता भूपेश, महेन्द्रजीत सिंह मालवीय, प्रमोद जैन भाया, रामलाल जाट, रमेश मीणा, भजन लाल जाटव, विधायक रफीक खान मीटिंग में शामिल हुए.

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नोटिस वाले नेता नहीं दिखे
मीटिंग में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल, जलदाय मंत्री महेश जोशी नजर नहीं आए. दरअसल 25 सितंबर को बगावत वाली घटना के बाद इन्हें नोटिस दिया गया था. बताया जा रहा है कि नोटिस अभी भी पेंडिंग में है, इसलिए इन्हें मीटिंग में शामिल नहीं किया गया है.

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अब पायलट को करना होगा जीत का इंतजार?
इस मीटिंग के बाद लगभग ये तय हो चुका है कि अब राजस्थान में कांग्रेस अब चुनावी मूड में है. चुनाव में पायलट को जिम्मेदारी क्या मिलती है यही बात अब पार्टी में उनके भविष्य को तय करेगी. फिलहाल ये तो साफ हो चुका है कि पार्टी सामूहिक लीडरशिप में चुनाव लड़ेगी और जीत के बाद ही सीएम फेस की घोषणा होगी. ऐसे में पायलट को सीएम बनने के लिए विधानसभा चुनाव के रिजल्ट का इंतजार करना होगा और यदि पार्टी चुनाव जीत जाती है तो पायलट की आखिरी उम्मीद आलाकमान का फैसला होगा.

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