जयपुरः गहलोत सरकार में कांग्रेसी मेयर की नहीं हो रही सुनवाई! महापौर समेत पार्टी के पार्षदों ने दिया इस्तीफा

विशाल शर्मा

• 11:28 AM • 20 Jun 2023

Congress Mayor Protest: प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद पार्टी की मेयर और पार्षद धरने पर हैं. जयपुर नगर निगम हैरिटेज में कांग्रेस की महापौर और पार्षद स्वाभिमान की लड़ाई लड़ रहें है. पिछले 4 दिनों से महापौर-पार्षद का धरना जारी है. लेकिन उन्हीं की सरकार में सुनवाई नहीं हो रही. यहां तक […]

Rajasthantak
follow google news

Congress Mayor Protest: प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद पार्टी की मेयर और पार्षद धरने पर हैं. जयपुर नगर निगम हैरिटेज में कांग्रेस की महापौर और पार्षद स्वाभिमान की लड़ाई लड़ रहें है. पिछले 4 दिनों से महापौर-पार्षद का धरना जारी है. लेकिन उन्हीं की सरकार में सुनवाई नहीं हो रही. यहां तक कि अतिरिक्त आयुक्त राजेंद्र वर्मा की शिकायत सीएमओ तक हो चुकी है. मामला इतना गरमा चुका है कि कांग्रेस के 50 के करीब पार्षद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपना इस्तीफा भेजने के बाद भी धरना स्थल पर डटे हुए है.

यह भी पढ़ें...

पूरा मामला एक टेंडर पर हस्ताक्षर नहीं करने को लेकर है. अब इस हाई वॉल्टेज ड्रामे के बाद अतिरिक्त आयुक्त राजेंद्र वर्मा को बर्खास्त करने की मांग को लेकर मेयर मुनेश गुर्जर और कांग्रेस पार्षद पिछले 4 दिनों से निगम मुख्यालय के बाहर धरने पर बैठे है. निगम कमिश्नर शेखावत खुद भी धरना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने मेयर सहित तमाम पार्षदों से चर्चा की. पूरे मामले की जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन भी दिया. 

मेयर मुनेश गुर्जर ने राजेंद्र सिंह शेखावत पर भी मिलीभगत के आरोप हुए कहा कि हमने सीईओ राजेंद्र सिंह को सारे मामले से अवगत करा दिया था.  बारिश का मौसम होने के चलते फाइल लटकाई गई हैं. उसके बावजूद भी सीईओ राजेंद्र सिंह शेखावत ने कोई कार्यवाही नहीं की.

मंत्री खाचरियावास-महेश जोशी तक पहुंचा मामला
उनका कहना है कि इस पूरे मामले को लेकर सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और महेश जोशी के साथ-साथ विधायक अमीन कागजी और रफीक खान तक बात पहुंचाई है. जिसके बाद मंत्री महेश जोशी तो खुद निगम मुख्यालय भी पहुंचे. वहीं, मंत्री प्रतापसिंह से फोन पर बातचीत हुए तो उनको भी हमने बताया कि राजेंद्र वर्मा आपका नाम ले रहा है. इसलिए राजेंद्र वर्मा को जब तक बर्खास्त नहीं किया जाएगा, तब तक धरना जारी रहेंगा.

इधर, महापौर मुनेश गुर्जर के अपशब्द वाला वीडियो वायरल भी हो रहा है. जिस पर उनका कहना है कि उसे गलत तरह से वायरल किया जा रहा है. जबकि वो अतिरिक्त आयुक्त राजेंद्र वर्मा को धमका नहीं रही है. बल्कि जो शब्द राजेंद्र वर्मा ने उपयोग में लिए तो स्वाभाविक है, मैं भी आराम से बात नहीं कर सकती. वह महिला पार्षदों से बदतमीज से बात करेगा तो हम भी उन्हें उन्हीं की भाषा में जवाब देंगें. लेकिन फिर भी मेरी वाणी पर मेरा पूरा संयम है.

    follow google newsfollow whatsapp