राजस्थान (rajasthan weather update) में इस बार मानसून (monsson rain in rajasthan) की बारिश ने रिकॉर्ड बना दिया है. जहां 1 जून से 30 सितंबर के बीच 435 मिलीमीटर के आसपास बारिश होती है, वहीं इस बार 1 जून से 31 अगस्त के बीच ही 550 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हो चुकी है. मौसम विभाग की मानें तो मानसून की बारिश का छिटपुट असर सितंबर के दूसरे हफ्ते तक देखने को मिल सकता है. इसके बाद मौसम शुष्क रहने के आसार हैं.
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मौसम विभाग (IMD) के जयपुर केंद्र के मुताबिक आज आंध्रप्रदेश और दक्षिणी ओड़िसा से लगे बंगाल की खाड़ी में एक डिप्रेशन तंत्र बन गया है. इसके और आगे बढ़ने के आसार हैं. इस तंत्र के प्रभाव से पूर्वी राजस्थान के जिलों में बारिश की गतिविधियों में इजाफा देखने को मिलेगा. पूर्वी राजस्थान के कुछ जिलों में भारी बारिश की गतिविधियां अगले एक सप्ताह तक देखने को मिलेंगी.
जोधपुर-बीकानेर संभाग में आज भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर, बीकानेर संभाग के कुछ भागों में 2-3 सितंबर को कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है. ध्यान देने वाली बात है कि जोधपुर और बीकानेर संभाग में इस सीजन में औसत से ज्यादा बारिश हो चुकी है. बीकानेर संभाग में सबसे ज्यादा चूरू में 468 मिलीमीटर से ज्यादा और जोधपुर संभाग में सबसे ज्यादा सिरोही में 679 मिमी से ज्यादा बारिश हो चुकी है. हालांकि सिरोही में होने वाली मानसून की औसत बारिश से अभी ये कम है.
2 सितंबर तक जिलावार बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक 2 सितंबर को अजमेर, अलवर, भीलवाड़ा, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झुंझुनूं, राजसमंद, सिरोही, टोंक, उदयपुर, बाड़मेर, चुरू, जालौर, जोधपुर, नागौर, पाली में मेघ गर्जन और वज्रपात के साथ हल्की बारिश होने के आसार हैं.
इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के जयपुर केंद्र के मुताबिक बांसवाड़ा, बारां, बूंदी, चित्तौड़गढ़, झालावाड़, करौली, कोटा, प्रतापगढ़ और सवाई माधोपुर जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है. इन जिलों में भारी बारिश के साथ मेघ गर्जन, वज्रपात होने की संभावना है.
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