Paper Leak Case: वरिष्ठ अध्यापक भर्ती पेपर लीक मामले में एसओजी ने राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के सदस्य बाबूलाल कटारा को हिरासत में ले लिया है. एसओजी की टीम ने मंगलवार सुबह इस कार्रवाई को अंजाम दिया. बाबूलाल कटारा के साथ उनके ड्राइवर गोपाल सिंह और भांजे विजय कटारा को भी हिरासत में लिया गया है.
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पुलिस सूत्रों के मुताबिक, ये तीनों आरोपी कथित तौर पर एक रैकेट चला रहे थे. उन्होंने सीनियर टीचर भर्ती के दौरान उम्मीदवारों से लाखों रुपये लिए थे. बाबूलाल कटारा का भतीजा और ड्राइवर शेरसिंह व अन्य लोगों के साथ उम्मीदवारों से संपर्क करते थे. पुलिस पूछताछ में पता चला था कि शेरसिंह ने ही भूपेंद्र सारण को 1 करोड़ रुपये में पेपर बेचा था.
गौरतलब है कि पेपर लीक मामले में आरोपी शेरसिंह मीणा को पिछले दिनों एसओजी ने ओडिशा में फटे कपड़ों में दिहाड़ी मजदूरी करते हुए गिरफ्तार किया था. शेरसिंह की गर्लफ्रेंड से लीड मिलने के बाद एसओजी ने ओडिशा जाकर यह कार्रवाई की थी.
भूपेंद्र सारण भी हो चुका है गिरफ्तार
इसी साल फरवरी महीने में पुलिस ने पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी भूपेंद्र सारण को भी गिरफ्तार कर लिया था. दरअसल, पुलिस ने उदयपुर में 24 दिसंबर की सुबह बस को पकड़ा था जिसमें सरकारी स्कूल के हेड मास्टर सुरेश बिश्नोई और भजनलाल बिश्नोई पेपर सॉल्व करवा रहे थे. उनसे पूछताछ में पता चला था कि उनको भूपेंद्र सारण ने ही व्हाट्सऐप के जरिए पेपर उपलब्ध करवाया था. हालांकि पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी सुरेश ढाका अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.
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