कोटा के सरकारी हॉस्पिटल में बड़ी लापरवाही, ICU में भर्ती मरीज के मास्क में आग लगने से मौत

चेतन गुर्जर

• 07:27 AM • 14 Jul 2023

Kota: कोटा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कुप्रबंधन की बड़ी तस्वीर सामने आई है, जहां मरीजों के लिए बेहतर इलाज का दावा किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ कोटा में अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही ने एक मरीज की बेरहमी से जान ले ली. हादसा बेहद दर्दनाक है, मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आईसीयू में भर्ती एक […]

कोटा के सरकारी हॉस्पिटल में बड़ी लापरवाही, ICU में भर्ती मरीज के मास्क में आग लगने से मौत

कोटा के सरकारी हॉस्पिटल में बड़ी लापरवाही, ICU में भर्ती मरीज के मास्क में आग लगने से मौत

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Kota: कोटा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कुप्रबंधन की बड़ी तस्वीर सामने आई है, जहां मरीजों के लिए बेहतर इलाज का दावा किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ कोटा में अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही ने एक मरीज की बेरहमी से जान ले ली. हादसा बेहद दर्दनाक है, मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आईसीयू में भर्ती एक मरीज के ऑक्सीजन मास्क ने अचानक आग पकड़ ली और जिससे मरीज के चेहरे और छाती पर बर्न होने से उसकी मौत हो गई. आईसीयू में मरीज के मास्क में आग लगने की घटना के बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया.

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मृतक के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए हैं. मामला देर रात का है, जहां पर कोटा निवासी वैभव शर्मा आईसीयू में भर्ती थे, जिनका हाल ही में ऑपरेशन किया गया था. वैभव शर्मा की हालत गंभीर होने पर उसे सीपीआर दिया जा रहा था. इसी दौरान डीसी शॉक लगाते, DC मशीन से चिंगारी उठी और वैभव के ऑक्सीजन मास्क ने अचानक आग पकड़ ली, जिससे वैभव के चेहरे और छाती पर गंभीर रूप से बर्न हो गया और कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई.

परिवार समेत समाज के लोग धरने पर बैठे

मामले की जानकारी मिलते ही कांग्रेस-भाजपा सहित समाज के अनेक संगठनों के लोग अस्पताल में इकट्ठे होने लगे. अस्पताल के बाहर समाज के लोगों ने धरना शुरू कर दिया. समाज के लोगों का कहना है कि दोषी अस्पताल कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. साथ ही मृतक के परिवार को मुआवजा देने की बात पर समाज के लोग अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल बैठ गए.

समाज के लोग बोले- अस्पताल है या मुक्तिधाम?

ब्राह्मण समाज के पदाधिकारियों ने अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह अस्पताल है या मुक्तिधाम? जहां पर मरीज जलकर मर गया और अस्पताल प्रबंधन कुछ नहीं कर पाया.परिजन 4 घंटे तक धरने पर बैठे तो तीनों मांगों पर सहमति तो बन गई और मांगे मान ली गई. उसके बाद धरना खत्म कर दिया गया और बॉडी परिवार को सुपुर्द कर दी गई.

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