Phalodi satta bazar: राजस्थान चुनाव (Rajasthan election 2023) खत्म होते ही अब इंतजार की घड़ी नजदीक आ चुकी है. फलोदी सट्टा बाजार के दावों ने एक बार फिर माहौल गरमा दिया है. इस बाजार के सटोरियों ने ना सिर्फ यह बता दिया है कि किसे बहुमत मिलेगा? बल्कि प्रदेश की कई हॉट सीट को लेकर भी दावा किया है. सट्टा बाजार के ताजा अपडेट के मुताबिक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Gehlot), विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी, सचिन पायलट, BJP सांसद राजवर्धन राठौड़, दीया कुमारी, सतीश पूनिया की सीटों पर रूझान इनके पक्ष में है.
ADVERTISEMENT
अब बात इस सट्टा बाजार के दावे और हकीकत की कर लेते हैं. राजस्थान चुनाव से पहले भी कर्नाटक, गुजरात और हिमाचल में फलोदी सट्टा बाजार का अनुमान सही साबित हुआ था. इस बात का जिक्र करते हुए कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट भी शेयर की थी.
उसमें लिखा है- ‘फलौदी का सट्टा बाजार आज तक कभी गलत साबित नहीं हुआ.’ ऐसे में हम पहले हुए चुनाव पर सट्टा बाजार के दावों की बात कर लेते हैं. सटोरियों ने मई में कर्नाटक के लिए जो अनुमान लगाया था वो सही निकला. कांग्रेस की सरकार बनी. कांग्रेस को 135 सीटें मिली जबकि अनुमान 137 सीटों का था. बीजेपी को 55 सीटों का अनुमान था और मिलीं 66 सीटें. फलौदी के सटोरिया का गुजरात में भी बीजेपी सरकार का अनुमान सही निकला. हिमाचल में कांटे की टक्कर का अनुमान भी रिजल्ट के करीब ही था. आखिरकार वहां कांग्रेस की सरकार बनी.
सट्टा बाजार का अनुमान- गहलोत के गढ़ में हार रही कांग्रेस
सट्टा बाजार का कहना है कि गहलोत सरकार के कैबिनेट मंत्री बीडी कल्ला समेत करीब एक दर्जन से ज्यादा मंत्रियों की हालत बहुत अच्छी नहीं है. इन सीटों पर कांग्रेस के लिए नुकसान की आशंका जाहिर की गई है. गहलोत के गढ़ यानी मारवाड़ में बीजेपी की आंधी चलने का दावा किया जा रहा है. मारवाड़ की 33-34 सीटों में से भाजपा के खाते में 23-24 सीटे आने की संभावना सट्टा बाजार द्वारा जताई गई है.
इस बार बहुमत किसे?
सट्टा बाजार की मानें तो बीजेपी की 120 से 125 सीट तो कांग्रेस को 65-70 सीटें मिल सकती है. फिलहाल बीजेपी का भाव 20 पैसा और कांग्रेस का 4-5 रुपए चल रहा है. बता दें कि जिस पार्टी की जीत को लेकर उम्मीद ज्यादा होती है, उस पर भाव कम और हारने वाली पार्टी को लेकर भाव ज्यादा होता है. वहीं, एक सटोरी का यह भी कहना है कि बीजेपी या कांग्रेस नहीं, बल्कि टूट-फूट की सरकार बनेगी. ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को पीएम नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट नहीं किया तो वे अशोक गहलोत से मिलकर सरकार बना सकती हैं. हालांकि ये संभावना उतनी प्रबल नहीं है.
दिव्या मदेरणा को लेकर भी बड़ा दावा!
लेकिन इन सबके बीच सट्टा बाजार ने एक बड़ा दावा किया है. उनका दावा है कि इस बार ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा के लिए परेशानी पैदा हो सकती है. सटोरियों का कहना है नतीजें मदेरणा के विपरीत जा सकते हैं. वहीं, बीजेपी की जीत के दावे के पीछे वजह को लेकर बोलते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी फैक्टर से इनकार नहीं किया जा सकता है. लेकिन प्रमुख कारण यही है कि जो रिवाज राजस्थान का चला आ रहा है. ऐसे में सरकार फिर से बदलेगी.
Disclaimer: इस खबर का मकसद केवल सट्टा बाजार में चल रहे रुझानों को दिखाना है. राजस्थान तक इन दावों का समर्थन नहीं करता है. नतीजे इससे अलग भी हो सकते हैं. सट्टा खेलना कानूनन अपराध है.
ADVERTISEMENT