पायलट को हराने के लिए रमेश बिधूड़ी ने संभाली कमान, बोले- ‘चुनाव पर लाहौर की भी नजरें’

राजस्थान तक

• 09:33 AM • 17 Nov 2023

Ramesh bidhuri campaign in Sachin pilot’s seat: बीजेपी (bjp) टोंक सीट पर इस बार सचिन पायलट (sachin pilot) के सामने बीजेपी कड़ी टक्कर देने के मूड में हैं. अजीत मेहता को प्रत्याशी घोषित किए जाने के साथ ही सांसद रमेश बिधूड़ी को टोंक का प्रभारी नियुक्त किया गया है. बिधूड़ी लगातार इस क्षेत्र में सक्रिय […]

BJP gave election responsibility to Ramesh Bidhuri in Tonk: Rajasthan: पायलट के गढ़ टोंक में BJP ने रमेश बिधूड़ी को दी जिम्मेदारी

BJP gave election responsibility to Ramesh Bidhuri in Tonk: Rajasthan: पायलट के गढ़ टोंक में BJP ने रमेश बिधूड़ी को दी जिम्मेदारी

follow google news

Ramesh bidhuri campaign in Sachin pilot’s seat: बीजेपी (bjp) टोंक सीट पर इस बार सचिन पायलट (sachin pilot) के सामने बीजेपी कड़ी टक्कर देने के मूड में हैं. अजीत मेहता को प्रत्याशी घोषित किए जाने के साथ ही सांसद रमेश बिधूड़ी को टोंक का प्रभारी नियुक्त किया गया है. बिधूड़ी लगातार इस क्षेत्र में सक्रिय हैं और कांग्रेस पर जुबानी हमला भी बोल रहे हैं. अब उन्होंने सभा में बयान दे दिया कि राजस्थान और टोंक चुनाव के ऊपर देश की नजर के साथ साथ लाहौर की भी नजर है.

यह भी पढ़ें...

यही नहीं, पायलट के गढ़ में बिधूड़ी ने कहा कि PFI के लोगों को शरण कौन देता है, PFI को रोटी कौन खिलाता है? हमास जैसे आतंकवादी नजर गड़ाए बैठे हैं. बेकसूर कन्हैया लाल की निर्मम हत्या कर और उसे 5 लाख ₹ भीख में दे दिए जाते हैं.

’25 तारीख के बाद देश में लड्डू बंटने चाहिए या लाहौर में?’

रमेश बिधूड़ी के इस दावे के बाद पूरे देश में चर्चा शुरू हो गई है. बिधूड़ी ने अपने संबोधन में कहा, ”लोग कह रहे हैं कि राजस्थान के चुनाव के ऊपर पूरे देश की नजर है, लेकिन यहां सिर्फ पूरे देश की ही नजर नहीं है बल्कि राजस्थान के चुनाव पर विशेष कर टोंक के चुनाव पर लाहौर की भी नजर है. राजस्थान में 25 तारीख के चुनाव के बाद देश में लड्डू बंटने चाहिए या लाहौर में लड्डू बंटने चाहिए?”

कन्हैया लाल हत्याकांड परभी कांग्रेस को घेरा

बिधूड़ी ने दावा किया कि हमास जैसे आतंकवादी संगठन नजरें गड़ाए हैं, जब दुर्घटना में कोई मारा जाएगा तो उनके परिवार को नौकरी और पचास लाख रुपया दिया जाता है.’ कांग्रेस सरकार को घेरते हुए उदयपुर के कन्हैया लाल हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसे सोच वाले लोगों को राजस्थान में ही मुआवजे दिए जाते हैं और किसी बेकसूर कन्हैया की हत्या कर दी जाती है. फिर शुरू हो जाती है उसे भीख के रूप में 5 लाख दिलाने की बात.

    follow google newsfollow whatsapp