Rajasthan election 2023: इस बार राजस्थान विधानसभा चुनाव (Rajasthan election 2023) में साल 2018 की तुलना में कुल मतदान में 0.05% की गिरावट आई. अब इस वोटिंग पैटर्न को लेकर अलग-अलग तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. दरअसल, 96 विधानसभाओं में मतदान बढ़ा है, जबकि 103 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान में गिरावट आई. वहीं, राजनैतिक विश्लेषक का कहना है कि राजस्थान में इस बार वोटिंग पैटर्न ऐसा है कि इससे किसी भी नतीजे पर पहुंच पाना मुश्किल लग रहा है.
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ध्यान देने वाली बात है कि अक्सर ऐसे वोटिंग पैटर्न गफलत पैदा कर देते हैं. इसलिए किसकी सरकार बन रही है और किसकी जा रही है या रिपीट हो रही है ये कह पाना जल्दबाजी होगी. सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज (CSDS)-लोकनीति के प्रोफेसर और सह-निदेशक प्रो. संजय कुमार का कहना है कि वोटिंग पैटर्न से कोई भी निष्कर्ष निकालना मुश्किल है. यह कह पाना बहुत मुश्किल है कि 3 दिसंबर को क्या होने वाला है?
एक्सपर्ट्स का कहना है कि अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में कोई खास वोटिंग पैटर्न नजर नहीं आता. कह पाना मुश्किल है कि रिवाज बदलेगा या राज बदलेगा. वहीं, हॉट सीट तिजारा को लेकर भी कहा कि बंपर वोटिंग को लेकर किसी तरह का अनुमान मुश्किल है. ऐसे समय दोनों स्थिति मुमकिन है कि कांग्रेस जीत जाए या बीजेपी जीत जाए.
आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में वोटिंग बढ़ी
राजस्थान के 40 विधानसभा क्षेत्रों में आदिवासी मतदाता कुल मतदाताओं का 20% हैं. इनमें से 2018 विधानसभा चुनाव की तुलना में 22 में मतदान बढ़ा और 18 में कम हुआ. वहीं, 76 विधानसभा क्षेत्रों में दलित मतदाता 20 फीसदी से अधिक हैं. यहां 2018 की तुलना में 30 में मतदान बढ़ा और 46 में कम हुआ. जबकि प्रदेश में 10% से अधिक मुस्लिम मतदाताओं वाले कुल 50 क्षेत्रों में से पिछली बार की तुलना में 18 में मतदान बढ़ा और 32 में कमी आई.
इधर सट्टा बाजार के अपने अलग दावे
फलोदी सट्टे बाजार के अनुमान के मुताबिक राजस्थान में भाजपा को 120 से 122 सीटें व कांग्रेस को 65 से 70 सीट आने की संभावना व्यक्त की है. खास बात यह है कि बीजेपी के लिए फलोदी सट्टा बाजार ने 140 सीटों की संभावना भी जाहिर की थी. लेकिन इसमें पार्टी की एक बड़ी रणनीतिक चूक की ओर इशारा किया गया है. फलोदी के सटोरियों की मानें तो यदि वसुंधरा राजे को सीएम फेस बनाया गया तो BJP को 140 सीटें तक मिल सकती थी. यानी वसुंधरा राजे के सीएम फेस ना बनाने का नुकसान साफ तौर पर 30 सीटों पर बताया जा रहा है.
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