लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी (BJP) की पहली लिस्ट ने सियासत गरमा दी है. मौजूदा सांसदों के टिकट कटने के बाद राजस्थान में अब विरोध के स्वर भी दिखाई देने लगे हैं. चूरू सांसद राहुल कस्वां (Rahul kaswan) टिकट कटने के बाद से लगातार आहत नजर आ रहे हैं. 3 मार्च को लिस्ट का ऐलान होने के बाद उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया. जिसमें उन्होंने लिखा "आप सभी संयम रखें. आगामी कुछ दिन बाद आपके बीच उपस्थित रहूंगा, जिसकी सूचना आपको दे दी जाएगी." इससे कयास लगाए जाने लगे कि वह भविष्य में कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं.
ADVERTISEMENT
वहीं, आज 4 मार्च को एक और ट्वीट सामने आया है. जिसमें उन्होंने पूछ लिया कि क्या आखिर मेरा गुनाह क्या था...? जाहिर तौर पर वह पार्टी के फैसले से नाखुश हैं.
हालांकि उनके टिकट कटने की चर्चाएं पहले ही तेज हो गई थी. क्योंकि चूरू के तारानगर में पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ (Rajendra rathore) की हार की वजह के बाद से ही स्थानीय तौर पर घमासान तेज हो गया है. राठौड़ के समर्थक उनकी हार के पीछे गुटबाजी को भी बता रहे हैं. जिसमें कहीं ना कहीं राहुल कस्वां की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए गए थे.
राठौड़ ने कहा था- इतिहास ने जयचंदों को कभी माफ नहीं किया
यह सवाल तब और भी तेजी से उठने लगे जब चुनाव में बीजेपी की जीत के बाद राठौड़ ने पहली बार तारानगर आकर कृषि उपज मण्डी समिति में विशाल आभार रैली का आयोजन किया. इस दौरान उन्होंने अपनी हार को लेकर कहा था कि इतिहास ने कभी जयचन्दों को माफ नहीं किया. उनको अपने आप सबक मिल जाएगा. हार में कोई ना कोई अच्छाई छुपी है, हार कर भी मोहब्बत बांटने का काम करूंगा.
पढ़िए राहुल कस्वां का ये पोस्ट
टिकट कटने के बाद दी थी ये प्रतिक्रिया
ADVERTISEMENT