phalodi satta bazar new update: राजस्थान विधानसभा (rajasthan assembly election 2023) चुनाव में 75 फीसदी से ज्यादा मतदान होने के बाद अब जीत-हार के कयासों का बाजार गर्म है. इसी बीच जोधपुर से करीब सवा सौ किमी दूर फलोदी (falodi satta bazar) से 11 हॉट सीटों पर ताजा अनुमान आया है. इसमें सालेह मोहम्मद, रविन्द्र सिंह भाटी, मानवेन्द्र सिंह, हरीश चैधरी, सोनाराम चैधरी, अमीन खान, मेवाराम जैन, अशोक गहलोत, सचिन पायलट, वसुंधरा राजे की सीटों पर सटोरियों ने बड़े दावे किए हैं.
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सटोरियों (Phalodi betting market) के मुताबिक राजस्थान की कांग्रेस सरकार के कई प्रमुख मंत्रियों का चुनाव फंसा हुआ है. सट्टा बाजार का दावा है कि उनकी हारने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. एक तरफ जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बड़े मार्जिन से जीत रहे हैं वहीं बीडी कल्ला कड़ी टक्कर में फंस गए हैं.
इन कांग्रेसी नेताओं की सीटें फंसी!
सट्टा बाजार की मानें तो राजस्थान में कांग्रेस के कई प्रमुख नेताओ में दिव्या मदेरणा, मानवेन्द्र सिंह, हरीश चैधरी, सोनाराम चैधरी, अमीन खान, मेवाराम जैन कड़े मुकाबले में फंस गए हैं. वहीं पोकरण से विधायक और मंत्री सालेह मोहम्मद की हालत बेहतर नहीं बताई जा रही है.
शिव विधानसभा में बदलेगा इतिहास?
इधर बाड़मेर की शिव विधानसभा सीट को लेकर सटोरियों ने बड़ा दावा किया है. इस विधानसभा में बीजेपी के बागी रविन्द्र सिंह भाटी ने ताल ठोंककर बड़े-बड़ों को आइना दिखा दिया. माना जा रहा था भाटी की स्थिति काफी मजबूत है. युवा नेता की रैलियों में लोगों की भीड़ ने अलग माहौल बना दिया. इधर सट्टा बाजार ने भी भाटी को मजबूत हालत में बताया है.
राजे होंगी BJP की सीएम?
सटोरियों ने बीजेपी को 120 से 122 सीटें मिलने कर दावा किया है. वहीं कांग्रेस पार्टी को 65-70 सीटें देने का अनुमान जताया है. यानी सटोरिए बीजेपी की सरकार बना रहे हैं. साथ ही वो वसुंधरा राजे को झालरापाटन सीट पर काफी मजबूत स्थिति में बता रहे हैं. उनका दावा है कि बीजेपी वसुंधरा राजे को सीएम घोषित कर सकती है. वजह है एक बड़ा समीकरण. सटोरियों की माने तो राजे को नाराज करने पर गहलोत के साथ मिलकर कांग्रेस की सरकार बनाने की एक संभावना बनती है जिसका रिस्क बीजेपी नहीं लेना चाहेगी.
बारिश की फुहारों पर भी सट्टा
फलोदी, बीकानेर के सटोरिये देश ही नहीं दुनिया की राजनेतिक, मौसम, खेल की गतिविधियों के साथ अन्य महत्वपूर्ण उठापटक पर नजर रखते हैं और सटटा लगाते हैं. ऐसा माना जाता है कि यहां का आंकलन बिल्कुल सटीक होता है. जब राजस्थान तक की टीम सटोरियों से बातचीत कर रही थी तब भी रिमझिम बरसात का दौर जारी था. उस समय बारिश पर लाखों रुपए के दांव लगाए जा रहे थे.
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