Vasundhara Raje thundered on the opponents in Kota: राजस्थान चुनाव के करीब आते ही महारानी (Vasundhra Raje) अपने चिरपरिचित अंदाज में नजर आने लगी हैं. रविवार को कोटा (Kota News) में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए वसुंधरा राजे ने इशारों-इशारों में विरोधियों पर निशाना साधा. राजे ने कहा- ध्यान रहे कई बार खरगोश कछुए को कमजोर समझ लेने की भी भूल कर लेता है. ऐसा नहीं करना है. उन्होंने अटल जी की पंक्तियां बोलते हुए कहा कि विश्वास कीजिए अंधेरा छटेगा, सूरज निकलेगा और कमल खिलेगा.
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वसुंधरा राजे ने कहा- हमने मुफ्त इलाज के लिए भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना शुरू की. उसका नाम बदल कर इन्होंने चिरंजीवी स्वास्थ्य कर दिया. कहते हैं कि इस योजना में 25 लाख तक का ईलाज होता है, लेकिन 2021 से लेकर अब तक औसतन साढ़े 11 हजार रुपये भी चिरंजीवी योजना में एक मरीज पर खर्च नहीं हुआ.
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने कहा है कि हम केवल चुनाव ही नहीं, लोगों का दिल भी जीतते हैं. अब समय आ गया है हर बूथ पर जाएं और लोगों का दिल जीतें. प्रदेश में भाजपा और देश में मोदी जी की भाजपा सरकार बनाए. राजे ने हाड़ौती के सभी दिवंगत दिग्गजों को याद किया. वे बोलीं- मोदी के 9 साल भारत का सौभाग्य काल है. कभी जो देश भारत की तरफ आंख उठा कर देखते थे, वो आज भारत के सामने नजरें झुका कर खड़े हैं. ये अंतर है सिर्फ 9 सालों का. प्रह्लाद गुंजल के पक्ष में बोलते हुए राजे ने कहा कि गुंजल संघर्ष का पर्याय हैं. जहां से कोई नहीं लड़ना चाहता,वहां ताल ठोक कर मुकाबले के साथ गुंजल चुनाव लड़ते है.
विकास राजस्थान का नहीं कांग्रेस का हुआ
राजे ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस के शासन में विकास तो हुआ पर राजस्थान का नहीं कांग्रेस का. भ्रष्टाचार का महिला, दलित अत्याचार का, बेरोजगारी का. पूरा प्रदेश गहलोत सरकार से छुटकारा पाना चाह रहा है, क्योंकि यह सरकार अधिकांश कागजों, बयानों,निर्देशों, आपसी झगड़ों और होटलों में ही दिखाई दी.
हमने महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण दिया- राजे
राजे ने कहा देश में पहली बार हमने महिलाओं को पंचायत राज संस्थाओं में 50 फीसदी का आरक्षण दिया. नगर निकाय चुनाव में भी 50 फीसदी आरक्षण दे रहे थे, पर कांग्रेस अदालत में चली गई और महिलाओं का यह आरक्षण रुक गया. कोटा, बूंदी,झालावाड़, बारां सहित 13 जिलों की ईआरसीपी शुरू की. उसे भी इस सरकार ने उलझा दिया.
4 दर्जन से अधिका किसान सुसाइड कर चुके हैं- राजे
नदियों को जोड़ने का काम रुक गया. परवन सिंचाई परियोजना भी वैसे की वैसे ही पड़ी है. हमारा मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान भी रोक दिया. बिजली की दरें दोगनी से अधिक कर दी. वादा करके किसानो का कर्ज माफ नहीं किया. करीब 4 दर्जन से अधिक किसान आत्महत्या कर चुके हैं.
जब राजे ने सुनाया शेर…
यहां शक्ति और साहस की,घर-घर अलग कहानी है,
क्रांति की मशाल लिए,पग-पग एक जवानी है,
चट्टानों को चीर के रख दे,इसकी अजब रवानी है,
ऐ सियासत भूल न जाना,ये चम्बल का पानी है.
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