Gulabchand Kataria: राजस्थान में गुटबाजी सिर्फ कांग्रेस ही नहीं, बल्कि बीजेपी के भीतर भी बड़ी परेशानी बन गई है. सिर्फ बीजेपी नेता ही नहीं बल्कि इसे लेकर असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया भी परेशान नजर आ रहे हैं. उदयपुर एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के दौरान उन्हें यह चिंता सता रही हैं. उन्होंने यहां तक कह दिया कि मैं असम जाने के बाद भी देख रहा हूं कि कैसे यहां एक-दूसरे की टांग खिंचाई हो रही है. बुधवार को नगर निगम की ओर से आयोजित कार्यक्रम में कटारिया ने बीजेपी नेताओं की गुटबाजी पर खुलकर टिपण्णी की.
ADVERTISEMENT
उन्होंने मंच पर भाषण देते हुए उन्होंने कहा कि मैं जाने के बाद भी रोज अखबार पढ़ता हूं. मुझे मालूम कैसे नेता एक-दूसरे की टांग खींच रहे हैं. वो उसका स्वागत कर रहा है, वो उसका स्वागत कर रहा है. कटारिया ने कहा कि काहे को मरते हो और काहे को लड़ते हो, ये सब बेकार है. सम्मान या स्वागत करने से कोई नेता नहीं बन जाता.
दरअसल, राज्यपाल कटारिया तीन दिवसीय प्रवास पर उदयपुर पहुंचे हैं. जहां सूरजपोल पर 6 करोड़ की लागत से बनी 6 मंजिला डिजिटल पार्किंग का उद्घाटन किया था. राजनीति से दूर होने के बाद कटारिया पहली बार मंच से राजनीति की बातें करते दिखाई दिए. कटारिया ने कहा कि मैं रोज अखबार पढ़ता हूं और मुझे सब मालूम है कि मेरे जाने के बाद भाजपा के लोग किस तरह एक दूसरे की टांग खींच रहे हैं.
मंच से ही कटारिया ने कस दिया तंज
इस दौरान उन्होंने अपने पुराने दिनों की याद भी दिलाई और कई लोगों पर तंज भी कसा. उन्होंने अपने पुराने साथी दलपत सुराणा का नाम लेते हुए कहा कि अगर जगह-जगह सम्मान करने से टिकट मिलता तो भाजपा का टिकट सबसे पहले दलपत सुराणा को मिलता. वहीं, उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उदाहरण देते हुए कहा कि कि तुम सब आपस में झगड़ना छोड़ो और नरेंद्र मोदी की सोच पर चलकर देश को आगे बढ़ाने का प्रयास करो.
यह भी पढ़ेःं कांग्रेस आलाकमान ने दिया बड़ा झटका! कर्नाटक में इस वजह से प्रचार नहीं कर पाएंगे पायलट
ADVERTISEMENT