who will win rajasthan: पांच राज्यों में चुनाव को लेकर सामने आए ओपिनियन पोल से राजस्थान बीजेपी (rajasthan BJP) में उत्साह है. वजह है अधिकांश ओपिनियन पोल में बीजेपी का पलड़ा भारी बताया गया है. सी-वोटर्स के सर्वे में भी ऐसा नजारा देखने को मिला है. न्यूज तक के साप्ताहिक कार्यक्रम ‘साप्ताहिक सभा’ में सी-वोटर्स के संस्थापक यशवंत देशमुख ने राजस्थान समेत पांच राज्यों पर बात की.
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सी-वोटर्स के संस्थापक यशवंत देशमुख ने बताया कि ओपिनियन पोल उस वक्त का ही होता है. वोट पड़ने तक बहुत कुछ बदल सकता है या बदल जाता है. यानी चुनाव तक बाजी पलटने की संभावनाएं बनी रहती हैं.
राजस्थान में विधायकों से नाराजगी
यशवंत देशमुख ने बताया कि राजस्थान में अधिकांश सिटिंग एमएलए से नाराजगी है. ऐसे में यदि यहां इनके टिकट कट जाते तो शायद जीत की संभावनाएं बढ़ जाती. ध्यान देने वाली बात है कि राजस्थान में 90 फीसदी चेहरे रिपीट किए गए हैं. वहीं ज्यादा टिकट बीजेपी में ज्यादा काटे गए हैं और विरोध भी बीजेपी को ही ज्यादा फेस करना पड़ा है.
जनता में सीएम लोकप्रिय
यशवंत देशमुख के मुताबिक राजस्थान समेत एमपी और छत्तीसगढ़ के सीएम जनता के बीच लोकप्रिय हैं. जनता उसको ज्यादा वोट देना पसंद कर रही है जो कर्मशील है. यानी उसके कथनी और करनी में अंतर नहीं है. राजस्थान समेत 5 राज्यों में सरकार बदलने की जनता की सोच की सोच के पीछे ऊब भी एक बड़ा कारण है. जनता एक सरकार से ऊब जाती और फिर वो बदलाव चाहती है.
राजस्थान से ही खुलेगा बीजेपी का खाता?
बात कांग्रेस की करें तो एमपी और सीजी में जीतकर क्या कांग्रेस 2018 के रिकॉर्ड को कायम रख पाएगी? दरअसल 2018 में कांग्रेस के खाते में 3 राज्य आए थे. बाद में भले ही जनता के मेनडेट से अलग एमपी की सरकार बदल गई. यशवंत देशमुख की मानें तो इस बार भी 3:2 का स्कोर ही कांग्रेस का होगा. यदि कांग्रेस के हाथ से राजस्थान निकलता है तो तेलंगाना में वो बाजी मार सकती है. इस तरह से 5 राज्यों में 3 में कांग्रेस और एक (राजस्थान) बीजेपी के खाते में आ सकता है.
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