Rajasthan Politics: राजस्थान (rajasthan politics) में नई सरकार बन गई है और नया मुख्यमंत्री मिल गया है, अब इंतजार मंत्रिमंडल गठन को लेकर है. लेकिन महीना बीतते-बीतते भी तस्वीर साफ नहीं दिख रही. अब मंत्रिमंडल में जगह मिलने को लेकर ना सिर्फ बीजेपी (bjp) के निर्वाचित विधायक इंतजार कर रहे हैं, बल्कि उनके समर्थक भी बेताब हैं. इस बीच सीएम के ऐलान ने हैरान जरूर कर दिया. अब मंत्रिमंडल गठन को लेकर पार्टी विधायकों की धड़कनें तेज हैं. सीएम के नाम के सरप्राइज के बाद अब कोई भी अनुमान नहीं जता पा रहा है.
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अब चर्चा इस बात को लेकर भी है कि क्या बीजेपी में हर समीकरण को साधने पर फोकस है. क्योंकि सीएम भजनलाल शर्मा का नाम चौंकाने वाला रहा. नाम भी ऐसे वक्त जब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, दीया कुमारी, गजेंद्र सिंह शेखावत समेत तमाम दिग्गज नेता इस कतार में नजर आ रहे थे. अब ऐसे में पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले कोई जोखिम नहीं लेना चाहती?
कांग्रेस में भी सबकुछ ठीक नहीं?
इधर, चुनौतियां कांग्रेस के लिए भी कम नहीं है. विधानसभा चुनाव में अगर कांग्रेस बीजपी की तरह कोई बड़ा बदलाव नहीं करती है तो जाहिर तौर पर परेशानी खड़ी हो सकती है. क्योंकि विधानसभा चुनाव में हार के पीछे की वजह उम्मीदवारों के टिकट वितरण को माना जा रहा है. चर्चा है कि अगर कांग्रेस टिकट वितरण के दौरान कुछ मौजूदा विधायकों के टिकट काट देती और विधायकों के प्रति जनता में नाराजगी का ध्यान रखती तो शायद कांग्रेस अच्छी लड़ाई लड़ सकती थी. अब इस हार का सबक लेकर पार्टी लोकसभा चुनाव में उतरने के लिए तैयारी कर रही है. हालांकि इसमें अब ज्यादा समय नहीं बचा है. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि राजस्थान की 25 लोकसभा सीट पर क्या होगा? क्या कांग्रेस के सीनियर नेता संसद का चुनाव लड़ेंगे?
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