कोटा में हर साल लाखों बच्चें JEE और NEET एग्जाम जैसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने आते हैं. पिछले कुछ वर्षों में छात्रों के बीच बढ़ता तनाव और फिर आत्महत्या के मामले में बढ़ोतरी ने ना सिर्फ परिजनों, बल्कि प्रशासन के लिए भी चिंता खड़ी कर दी हैं. ऐसे में प्रशासन भी अब विद्यार्थियों से सीधा संवाद स्थापित कर रहा है. ताकि उनकी समस्याओं के समाधान हो सके. ऐसे ही 13 जुलाई को शहर पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन ने कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र में स्थित कोचिंग के छात्र-छात्राओं से बातचीत की. इस कार्यक्रम के दौरान एसपी ने छात्रों की समस्याओं को गंभीरता सुना. कोटा एसपी ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में आगे भी जारी रहेंगे.
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संवाद कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने दिनचर्या की समस्या से लेकर हॉस्टल-पीजी में अतिरिक्त पैसा वसूली को लेकर भी शिकायत की. छात्रों की शिकायत है कि हॉस्टल-पीजी वाले बिजली के 12 से 15 रुपए प्रति यूनिट तक वसूलते हैं. एक छात्र ने कहा कि दोस्त के हॉस्टल में 8 रुपए प्रति यूनिट चार्ज है, जबकि मेरे हॉस्टल में 12 रुपए चार्ज कर रहे. क्या इस तरह अलग-अलग दर से बिजली का पैसा लेना सही है.?
छात्र की शिकायत पर बोलीं एसपी- गलत लोगों के बताए नाम
वहीं, एक छात्र ने कहा कि रिपीटर छात्र कोटा में गैंग बनाकर रहते हैं. हमें मारते-पीटते हैं. इनका कुछ करें, ये पढ़ने नहीं देते. जिस पर एसपी ने कहा कि मैं तो चाहती हूं, ऐसे गलत लोगों को चिन्हित करके कार्रवाई करूं. आप शिकायत दें और बताएं तो हमारा काम आसान हो जाएगा. साथ ही एक छात्रा ने कहा कि मैं कोचिंग से रूम पर जाती हूं तो ब्रोकर गलत-गलत कमेंट करते हैं. जिस पर एसपी का जवाब था "आप लोकेशन दें, सख्त एक्शन लिया जाएगा. यह बर्दाश्त के बाहर है. इसके लिए अभियान भी चला रहे हैं."
इसी दौरान पुलिस प्रशासन की ओर से जानकारी दी गई कि कोचिंग छात्रों की सुरक्षा के लिए मोबाइल एप लॉन्च कर दिया है. इसमें मौजूद पैनिक बटन दबान के बाद चंद मिनट में ही पुलिस छात्र तक पहुंच जाएगी. "safety of student (SOS)" एप लॉन्च करने के साथ ही पुलिस अधिकारी ने इसकी पूरी जानकारी भी दी.
कोचिंग स्टूडेंट्स ने रख दी समस्याओं की लंबी फेहरिस्त!
यहीं नहीं, छात्रों ने कैब कंपनियों की भी शिकायत की. संवाद कार्यक्रम के दौरान मौजूद एक छात्र की शिकायत थी कि कैब कंपनियां मनमाना किराया वसूलती हैं. पहले बोलते हैं 60 रुपए लगेगा, बुक करने के बाद 80 रुपए कर देते हैं. बुकिंग खुद कैंसिल नहीं करते और हमसे करवाते हैं, इसका नुकसान हमें होता है. एसपी ने कहा कि यह गलत है. कैब कंपनियों और ऑटो चालकों के प्रतिनिधियों को बुलाकर पाबंद किया जाएगा. वहीं, हॉस्टल में रह रही छात्रा ने हॉस्टल वाले कहते हैं कि 7 बजे से पहले हॉस्टल में आ जाओ. जबकि 7 बजे मंदिर में आरती के लिए जाते हैं और खेलने का समय भी नहीं मिलता. पढ़ाई के बीच एक घंटा भी खेलने का टाइम नहीं मिलता.
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