Sukhdev Singh Gogamedi Murder: राट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के वक्त उनके 5 पर्सनल गार्ड छुट्टी पर थे. दरअसल गोगामेड़ी को पिछले तीन साल से धमकियां मिल रही थीं. पिछले एक साल में धमकियों की संख्या बढ़ गई थीं. अप्रैल में गोगामेड़ी ने हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस से सुरक्षा मांगी थी, लेकिन उन्हें सुरक्षा नहीं मिली.ऐसे में उन्होंने अपने घर पर नजर रखने के लिए चप्पे-चप्पे, गली-नुक्कड़ पर हाई डेफिनेशन वाले सीसीटीवी लगवाए थे. अपनी सुरक्षा में 6 पर्सनल गार्ड तैनात कर दिए थे.
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चुनाव की घोषणा के बाद आचार संहिता लग गई. सभी गार्ड्स के हथियार जमा करा लिए गए. केवल सुरक्षा के नाम पर एक गार्ड का हथियार रहने दिया गया. ऐसे में गोगामेड़ी ने सभी 5 गार्डों को छुट्टी पर भेज दिया. केवल एक गार्ड को ही अपने साथ रखा. हालांकि फायरिंग में वो भी घायल हो गया है.
हत्यारों ने बनाई ये योजना
माना जा रहा है कि आचार संहिता लगने के बाद पुलिस की तैनाती और वाहनों की चेकिंग के कारण उन्होंने रिजल्ट घोषित होने के बाद का दिन चुना. उन्हें ये अनुमान था कि चुनाव परिणाम के बाद लंबी ड्यूटी से थकी पुलिस फोर्स थोड़ा आराम करेगी. पुलिस सुरक्षा हटने से सड़कें खाली हो गई थीं. बदमाशों को अच्छा मौका मिल गया था. इसलिए मौका देखकर बदमाशों ने अपनी प्लानिंग को अंजाम दे दिया. आरोपियों ने साफे भी खरीदे थे ताकि उसे पहनाने के बहाने मर्डर कर सकें. हालांकि हत्यारों ने शादी का कार्ड देकर बातों में उलझाया और गोली मार दी.
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