Court Room Live: जोधपुर गैंगरैप मामले में आरोपियों की कोर्ट में पेशी, जज से बोले- साहब गलती हो गई

Ashok Sharma

17 Jul 2023 (अपडेटेड: Jul 17 2023 1:34 PM)

Court Room live in Jodhpur Gang Rape Case: जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के पुराने परिसर में रविवार को दलित नाबालिग के साथ गैंगरेप मामले के आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया. पुलिस ने सोमवार दोपहर बाद पॉक्सो कोर्ट महानगर में पेश किया. जहां न्यायिक अधिकारी सूर्यप्रकाश पारिक ने चारों को न्यायिक हिरासत में […]

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Court Room live in Jodhpur Gang Rape Case: जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के पुराने परिसर में रविवार को दलित नाबालिग के साथ गैंगरेप मामले के आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया. पुलिस ने सोमवार दोपहर बाद पॉक्सो कोर्ट महानगर में पेश किया. जहां न्यायिक अधिकारी सूर्यप्रकाश पारिक ने चारों को न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश जारी कर दिए. इससे पहले कोर्ट रूम में बापर्दा पेश तीनों छात्र बैचेन नजर आए. तीनो ने कोर्ट में जज साहब के सामने अपनी गलती भी मानी. आरोपी समंदर सिंह बोला कि साहब गलती हो गई.

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करीब 20 मिनट तक सभी आरोपी कोर्ट में रहे. तब तक धर्मपाल और भट्टम सिंह (जिनकी टांगे टूटी हुई है) दोनों सिर पकड़े बैठे रहे और बार-बार सिर को हाथ से पीट रहे थे. बापर्दा होने के बावजूद उनकी आंखें साफ नजर आ रही थी. जिनमें गलती के आंसू थे.

जांच अधिकारी एडीसीपी निशांत भारद्वाज सहित पुलिस का जाब्ता कोर्ट में मौजूद रहा. गैंगरेप के आरोपियों को देखने के लिए पूरा कोर्ट का रूम खचाखच भरा हुआ था. जज सूर्यप्रकाश पारिक ने एक आरोपी को बुलाया तो समंदर सिंह आगे आया. जज के पूछने पर समंदरसिंह ने कहा कि साहब गलती हो गई.

जिसके बाद सरकारी वकील शिवप्रकाश भाटी ने कहा बताओ साहब को क्या गलती हुई. इस पर समंदर सिंह बोला कि हम कंवरराज सिंह के प्रचार के लिए आए थे. रात को खाना चुके थे, वापस मैगी खाने पावटा चौराहे पर आए. वहां मैगी खाने के बाद जब वापस जा रहे थे तो लड़का-लड़की खाद-बीज की दुकान के बाहर बैठे मिले. जज ने पूछा कि उसे कहा लेकर गए तो समंदर ने कहा कि ओल्ड कैंपस हॉकी मैदान. इसके बाद समंंदर सिंह को बैठा दिया.

मैनेजस से जज ने किया सवाल- होटल से क्यों निकाला?

फिर जज ने पूछा सुरेश कुमार कौन है? इस पर पुलिस ने कृष्णा गेस्ट हाउस के मैनेजर सुरेश कुमार जाट को पेश किया. उसने बोला कि मालिक नहीं थे. मैने दोनों को 1500 रुपए में कमरा दिया था और बाद में वापस निकाल दिया. जज ने पूछा क्यों निकाला तो इस पर वह जवाब नहीं दे पाया. इसके बाद सुरेश को वापस बैठा दिया. न्यायिक अधिकारी ने अपनी टिप्पणी लिखी और चारों आरोपियों के हस्ताक्षर उस पर करवा कर पुलिस से कहा कि इनको ले जाओ. फिर कोर्ट ने चारों को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया.

वहीं, इनमें तीनों को अभी उपचार की भी जरूरत है. इसके अलावा पुलिस शिनाख्त भी करवाएगी. इसके बाद इन्हें जेल से वापस लाया जाएगा. इससे पहले पुलिस ने रविवार रात को पीड़िता के 164 के बयान जज के घर ही लिए और वहां कार्रवाई भी पूरी कर ली है. पुलिस की कोशिश है कि जल्द से जल्द इस प्रकरण का चालान पेश कर दिया जाए. जिससे ट्रायल शुरू हो सके.

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