Kota: भारत पेट्रोलियम के एप के जरिए आरोपी ने BPCL को लगा दिया करोड़ों का चूना, पूरा मामला कर देगा हैरान

चेतन गुर्जर

17 Jul 2024 (अपडेटेड: Jul 17 2024 8:03 PM)

भारत पेट्रोलियम कॉरर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के एप के माध्यम से करोड़ों रुपए की ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले का खुलासा हुआ है. कोटा के टैगोर नगर स्थित पेट्रोल पंप के प्रादेशिक मैनेजर की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी को पंजाब से गिरफ्तार किया.

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भारत पेट्रोलियम कॉरर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के एप के माध्यम से करोड़ों रुपए की ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले का खुलासा हुआ है. कोटा के टैगोर नगर स्थित पेट्रोल पंप के प्रादेशिक मैनेजर की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी को पंजाब से गिरफ्तार किया. आरोपी रिछपाल सिंह पुत्र निर्मल सिंह पंजाब के गुरदासपुर का रहने वाला है. गिरफ्तारी के बाद इसे सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया था. जहां 19 जुलाई तक रिमांड पर दिया गया है. ठगी के इस मामले ने हर किसी को हैरान कर दिया है. आरोपी ने बीपीसीएल की मोबाइल एप के जरिए इस ठगी को अंजाम दिया.   

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पुलिस के मुताबिक बीतें 12 जून 2023 को बीपीसीएल ऑफिस, टेगोर नगर पेट्रोल पम्प के प्रादेशिक मैनेजर ने एक रिपोर्ट दी थीय जिसमें बताया गया था कि भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) संस्थान की ओर अपने औद्योगिक उपभोक्ताओं निजी उपभोक्ताओं की सहूलियत के लिए पलीटकार्ड की वेब व मोबाइल एप सुविधा 17 दिसंबर 2021 को प्रारम्भ की गई थी. जिसके अन्तर्गत उपभोक्ता को 12 अंक का फ्लीटकार्ड जारी किया गया था. 

ऐसे दिया वारदात को अंजाम

फ्लीट कार्ड के जरिए उपभोक्ता अपने वाहनों में फ्यूल डलवा सकते हैं. इस कार्ड को पहले रीचार्ज करवाया जाता है. लेकिन आरोपी तकनीकी खराबी और एरर का फायदा उठाते हुए रीचार्ज कर लेते थे और फिर उनके एकाउंट से पैसे नहीं कटते थे. इसका फायदा उठाते हुए रिछपाल ने छह करोड़ की धोखाधड़ी की है. इस कार्ड के जरिए ओटीपी जिस रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आता था, वह उसे दूसरे राज्यों में फ्यूल डलवाने वाले लोगों से शेयर कर देता था और उनसे पैसा वसूल लेता था. यहां तक कि कई पेट्रोल पंपों से ये फ्लीट कार्ड को स्कैन करवा कर नकदी ले लेता था.

 

 

जब इस मामले का खुलासा हुआ तो रविवार को आरोपी रिछपाल को 6 करोड़ की धोखाधड़ी में गिरफ्तार किया गया. यही नहीं, जब मामले का खुलासा हुआ तो पता चला कि इस फ्लीटकार्ड का दुरुपयोग करते हुए अब तक 20 करोड़ 87 लाख 5 हजार 193 रुपए का नुकसान हो चुका है. डिप्टी एसपी मनीष कुमार शर्मा के मुताबिक आरोपी रिछपाल ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसके निशाने पर पूरे 28 कार्ड निशाने पर थे. इस मामले में 28 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. 
 

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