मानसून का सीजन शुरू हुए 15 दिन भी नहीं हुए. लेकिन राजस्थान के कई हिस्सों से जलभराव और कस्बों के डूबने की सूचना है. पूर्वी राजस्थान में झमाझम बारिश के चलते झील, तालाब और नदियां लबालब हो गई है. करौली, धौलपुर समेत कई जिलों में बारिश का दौर जारी है. इधर, धौलपुर जिले में दो दिन से हो रही कभी हल्की और तेज बारिश से ग्रामीण अंचलो के रास्तों में जल भराव की समस्या पैदा हो गई है. जिले के कई कस्बों, बाजारों और गली-मोहल्ले में बारिश का पानी भरने से लोगों का खासी परेशानी हो रही है. साथ ही नेशनल हाईवे-44 भी जलमग्न हो चुका है.
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बता दें कि धौलपुर जिले में पिछले एक सप्ताह से मानसून ऐसा मेहरबान हुआ है कि रुक-रुक बारिश का दौर चल रहा है. सिंचाई विभाग के आंकड़ों के मुताबिक नदी, तालाबों और बांधों में पानी की आवक शुरू हो गई है. जिले से होकर गुजर रही चम्बल नदी, पार्वती नदी, उटंगन नदी, पार्वती बांध, रामसागर बांध समेत कई जलाशयों में पानी की आवक शुरू हो गई है.
खेतों में भरा पानी, अब बुवाई के लिए बारिश थमने का इंतजार
सिंचाई विभाग के मुताबिक मानसून का सीजन 15 जून से 30 सितंबर तक चलता है. सीजन में धौलपुर जिले में औसत 650 मिली बारिश दर्ज की जाती है. इस हिसाब से करीब 37 फीसदी बारिश तो अब तक हो चुकी है. जिसके चलते धौलपुर में 216 मिली, बाड़ी में 329 मिमी, बसेड़ी में 312 मिमी, राजाखेड़ा में 113 एमएम और सैपऊ में 198 मिमी बारिश दर्ज की गई है. लगातार हो रही बारिश का पानी खेतों में भर गया हैं. जिसके कारण किसान अब फसल की बुवाई करने के लिए बारिश थमने का इंतजार कर रहा हैं. बता दें कि इस क्षेत्र में बाजरा, दलहन, तिलहन, ज्वार, ग्वार और मक्का की फसल की पैदावार होती है.
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