राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव को लेकर बवाल मचा हुआ है. वर्तमान सरकार ने प्रदेश में इन इलेक्शन को बैन कर दिया है. जिसे बहाली करने की मांग चल रही है. यह मामला विधानसभा में भी उठ चुका है. वहीं, इसे लेकर सड़कों पर प्रदर्शन जारी है. राजनीति की पहली सीढ़ी कहे जाने वाले इस चुनाव की बहाली को लेकर छात्र जयपुर में प्रदर्शन कर रहे है.
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जयपुर स्थित राजस्थान यूनिवर्सिटी परिसर में आज 12 जुलाई को छात्रनेता शुभम रेवाड़ के नेतृत्व में छात्रों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान छात्रों और पुलिस के बीच झड़प हुई तो छात्र विधानसभा की ओर कूच करने लगे.
छात्रों को सदन की ओर बढ़ता देख पुलिस ने हल्का-बल प्रयोग कर छात्रों को खदेड़ दिया. हालांकि कुछ छात्र नेताओं पर पुलिस ने लाठियां भी भांजी. जिन्हें बाद में पुलिस हिरासत में ले लिया गया. छात्रों का कहना है कि छात्र राजनीति से कई कद्दावर नेता मुख्यधारा की राजनीति में आज सक्रिय है, कोई विधायक है तो कोई सांसद. लेकिन यदि छात्रसंघ चुनाव ही नहीं होंगे तो राजनीति में नई पीढ़ी का उदय कैसे होगा?
लिंगदोह कमेटी के नियमों के उल्लंघन पर कही ये बात
प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि सरकार छात्रसंघ चुनाव को फिर से बहाल करें. बात अगर लिंगदोह कमेटी के नियमों के उल्लंघन को लेकर है तो विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भी नियमों का उल्लंघन होता है तो क्या उन्हें भी बंद कर दिया जाएगा. ऐसे में प्रशासन की जिम्मेदारी है की वो लिंगदोह कमेटी के नियमों के तहत चुनाव करवाए.
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