हनुमानगढ़ः भिरानी आंदोलन ने बढ़ाई प्रशासन की चिंता, अब किसानों ने किया ये ऐलान

Gulam Nabi

27 Aug 2023 (अपडेटेड: Aug 28 2023 2:28 AM)

Bhirani movement of farmers in Hanumangarh: हनुमानगढ़ (hanumangarh) जिले के भादरा के किसानों का भिरानी आंदोलन (farmer movement) थमने का नाम नहीं ले रहा है. यह प्रदर्शन सिंचाई विभाग और सरकार के लिए मुश्किलें बढ़ा रहा हैं. किसान पिछले 15 दिनों से आंदोलनरत हैं. किसानों की फसलें ग्वार और मूंग आख़री पानी की कमी से […]

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Bhirani movement of farmers in Hanumangarh: हनुमानगढ़ (hanumangarh) जिले के भादरा के किसानों का भिरानी आंदोलन (farmer movement) थमने का नाम नहीं ले रहा है. यह प्रदर्शन सिंचाई विभाग और सरकार के लिए मुश्किलें बढ़ा रहा हैं. किसान पिछले 15 दिनों से आंदोलनरत हैं. किसानों की फसलें ग्वार और मूंग आख़री पानी की कमी से बर्बाद हो रही है. आंदोलन का नेतृत्व कर रहे युवा किसान नेता बजरंग सहारन गांव-गांव जा किसानो को चकबंदी, मुरबाबंदी, क़िलाबंदी और बाराबंदी की मांग को किसानों तक पहुँचा रहे है.

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उनका कहना है कि हमारी मांगे जब तक पूरी नहीं होती, तब तक हम इस मोर्चे पर डटे रहेंगे, आंदोलन के संयोजक संदीप कारेल ने सिद्धमुख नहर संघर्ष समिति की कमेटी की घोषणा की और बताया कि हर गावों के किसानों को इस कमेटी में जोड़कर समस्याओं का हल किया जाएगा.

वहीं, अब किसानों ने एक सितम्बर को किसान बड़ी संख्या में सिंचाई विभाग कार्यालय भादरा का घेराव करने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि आंदोलन की आगे की रूपरेखा बनाई जाएगी. सहारन ने बताया कि राजस्थान में क्रौस रेगुलटर बना, चकबंदी, बाराबंदी, क़िलाबंदी और बाराबंदी कर, सफाई व्यवस्था का ब्यौरा, पारदर्शिता के साथ डिजिटल गेज, विभाग में कर्मचारियों की नियुक्ति आदि माँगो को लेकर किसान लामबंद है. किसानो की मांग है कि विभाग और उच्च अधिकारी हरियाणा, राजस्थान, पंजाब और बीबीएमबी के साथ बैठक कर इन तमाम समस्याओं का हल जल्द से जल्द किया जाए.

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