अलवर: सरिस्का से आई खुशखबरी, एसटी-14 ने दो शावकों को दिया जन्म, तस्वीरें आई सामने

Santosh Sharma

• 08:14 AM • 28 Feb 2023

Alwar: अलवर जिले में वन्य एवं जीव और पर्यावरण प्रेमियों के लिए सरिस्का बाघ परियोजना से एक खुशखबरी आई है. सरिस्का में बाघिन एसटी 14 के साथ दो नन्हे मेहमान नजर आए हैं. बाघिन एसटी 14 दो शावकों के साथ कैमरे में कैद हुई है. दो नन्हे मेहमान के आने के बाद सरिस्का में बाघों […]

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Alwar: अलवर जिले में वन्य एवं जीव और पर्यावरण प्रेमियों के लिए सरिस्का बाघ परियोजना से एक खुशखबरी आई है. सरिस्का में बाघिन एसटी 14 के साथ दो नन्हे मेहमान नजर आए हैं. बाघिन एसटी 14 दो शावकों के साथ कैमरे में कैद हुई है. दो नन्हे मेहमान के आने के बाद सरिस्का में बाघों की संख्या बढ़कर 27 हो गई है. दोनों शावकों की विभाग मे मॉनिटरिंग बढ़ा दी गई है. वन कर्मी लगातार 24 घंटे उन पर नजर रख रहे हैं.

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सरिस्का के फिल्ड डाइरेक्टर आरएन मीणा नें बताया की सरिस्का के अकबरपुर रेंज के डाबली-सुकोला गांव वन क्षेत्र में 27 फरवरी को कैमरा ट्रैप में बाघिन एसटी -14 दो शावकों के साथ नजर आई है. दोनों शावकों की उम्र करीब 2 माह के आसपास है. इसकी जानकारी मिलने के बाद टाइगर प्रेमी व सरिस्का प्रशासन में खुशी का माहौल है.

सरिस्का में अभी तक बाघों की संख्या 25 थी. जो अब बढ़कर 27 हो गई है. लंबे समय से सरिस्का क्षेत्र में नए मेहमानों का इंतजार था. कोई खुशखबरी नहीं मिल रही थी. सरिस्का के अधिकारियों ने कहा कि साल 2020 में इसी क्षेत्र में बाघिन एसटी -14 ने तीन शावकों को जन्म दिया था. जो अब स्वस्थ होकर दूसरे क्षेत्र में टेरेटरी बनाये हुए है.

कैमरा ट्रैप की मदद से नए शावकों की जानकारी मिलने के बाद उस क्षेत्र में वन कर्मियों की गश्त बढ़ा दी गई है तो वहीं ST-14 व दोनों शावकों की मॉनिटरिंग भी 24 घंटे की जा रही है. सरिस्का के अधिकारियों ने कहा कि बाघों का कुनबा बढ़ रहा है. इन गांवों को कुछ समय पहले पूरी तरह से विस्थापित किया गया. गांव के जंगल क्षेत्र को बाघों ने अपना घर बनाया व लगातार बाघों का कुनबा बढ़ा.

सरिस्का में नए मेहमानों की खुशखबरी मिलने के बाद वन प्रेमियों में एक तरफ खुशी का माहौल है. तो वहीं सरिस्का घूमने के लिए आने वाले पर्यटकों की संख्या में बीजेपी से इजाफा हो रहा है. पर्यटकों को प्रतिदिन भागों की साइटिंग हो रही है. इसलिए बड़ी संख्या में पर्यटक घूमने के लिए सरिस्का आ रहे हैं. सरिस्का प्रशासन की तरफ से दो बाग इन रणथंभौर से शिफ्ट करने की योजना भी चल रही है. ऐसे में आने वाले समय में सरिस्का में बाघों का कुनबा और बढ़ सकता है.

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