जैसलमेर में सड़क पर उतरे सरपंच, सीईओ पर लगाया परेशान करने का आरोप

विमल भाटिया

11 Jan 2023 (अपडेटेड: Jan 11 2023 5:37 AM)

Jaisalmer news: जैसलमेर जिले के सभी सरपंच एक RAS अधिकारी सीईओ जिला परिषद के विरोध में सड़कों पर उतर गए. इस दौरान जलूस निकाल कर जोरदार आंदोलन शुरू किया. सरपंच संघ के बैनर तले जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर सीईओ दाता राम को तत्काल हटाने की मांग की. उन्होंने चेतावनी भी दी कि अगर इसको […]

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Jaisalmer news: जैसलमेर जिले के सभी सरपंच एक RAS अधिकारी सीईओ जिला परिषद के विरोध में सड़कों पर उतर गए. इस दौरान जलूस निकाल कर जोरदार आंदोलन शुरू किया. सरपंच संघ के बैनर तले जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर सीईओ दाता राम को तत्काल हटाने की मांग की. उन्होंने चेतावनी भी दी कि अगर इसको जल्दी से नहीं हटाया गया तो सरपंच संघ आंदोलन करेगा. सरपंचों ने अपनी मांगों को लेकर जिला कलेक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन कर नारेबाजी की. सरपंच संघ के तत्वावधान में आयोजित विरोध प्रदर्शन में सरपंच जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीइओ) की कार्यप्रणाली से खफा नजर आए. साथ ही उन्होंने सरकार और सरकारी अधिकारियों पर भी सरपंचों को परेशान करने का आरोप लगाया. सरपंच संघ ने सीइओ को जैसलमेर जिला परिषद से तत्काल हटाने की मांग की.

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इससे पहले सरपंच संघ का स्नेह मिलन स्थानीय व्यास बगेची में आयोजित किया गया. जिसमें विधायक की मौजूदगी में सरपंचों ने ग्राम पंचायत स्तर पर आ रही समस्याओं को रखा. विधायक रूपाराम धणदे के साथ पूर्व प्रधान अमरदीन फकीर ने सरपंचों को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं का निराकरण करवाया जाएगा. सरपंच संघ ने जिला प्रशासन को ज्ञापन देकर सीइओ को हटाने व अन्य समस्याओं के निराकरण की मांग की. वहीं ऐसा नहीं करने पर सरपंच संघ ने आंदोलन की चेतावनी दी.

संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि मनरेगा में लोगों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है. सामग्री मद, चारा डिपो व पशु शिविरों के भुगतान लम्बित चल रहे हैं. इसी तरह से आबादी विस्तार, ग्राम पंचायत विकास फंड की समस्याओं और प्राप्ति में देरी की समस्याएं हैं. सरपंच संघ जिलाध्यक्ष गजेंद्र सिंह ने बताया कि जैसलमेर जिला जो कि सीमावर्ती और अति पिछड़ा जिला है. जिले में कई गांवों में नेटवर्क, डीएनपी सड़कों आदि प्रमुख समस्या है. जिससे योजनाओं को लेकर काफी समस्या आ रही है. सरपंचों को विकास के काम करवाने से लेकर महात्मा गांधी मनरेगा की समस्याओं, सामग्री मद के भुगतान, चारा डिपो, पशु शिविरों के भुगतान की समस्या लंबे समय है.

दरअसल जैसलमेर जिला परिषद सीईओ का पद दो नेताओं के टकराव के कारण वर्तमान लंबे समय से खाली चल रहा था. फिर एक RAS अधिकारी ने पदभार ग्रहण किया. महिला अधिकारी भ्रष्टाचार के खिलाफ थी और कहती थी राजस्थान सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति पर कार्य करूंगी. फिर उस अधिकारी का जैसलमेर से तबादला हो गया. तब से यह विवाद चल रहा है.

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