Alwar News: प्रदेश में पूर्वी इलाकों में मानसून की बारिश से कई वर्षों से सूखी पड़ी नदियां बहने लग गई है. अलवर जिले में सरिस्का के जगलों में हुई तेज बरसात के बाद रूपारेल नदी में पानी का बहाव तेज हो गया. इस बहाव के कारण मालाखेड़ा नटनी का बारा सड़क मार्ग पर बना पुल भी बह गया. इससे आसपास के गावों का संपर्क टूट गया. लोगों को ट्रेवल करने में दिकक्त हो रही है. लोग सोशल मीडिया के माध्यम से मदद की गुहार कर रहे हैं.
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अलवर की रूपारेल नदीं में बारिश के समय ही पानी आता है. इसके अलावा यह नदी सालभर सूखी रहती है. अलवर में इस नदी का एक तिहाई पानी ही बचता है जबकि बाकि पानी भरतपुर चला जाता है. इस नदी के आने से नटनी का बारा मार्ग पर सहारनपुर गांव के पास बना पुल पानी के साथ बह गया. लंबे समय से मालाखेड़ा नटनी का बारा सड़क मार्ग का निर्माण कार्य चल रहा है. निर्माण कंपनी द्वारा नदी के बहाव क्षेत्र में जगह-जगह अस्थाई पुल बनाए गए हैं.
दर्जन छोटे गांव का संपर्क आपस में टूटा
नदी में तेज पानी आने के कारण पुल बहने से आसपास के एक दर्जन छोटे गांव का संपर्क आपस में टूट गया. नदी में पानी लगातार चल रहा है. हालांकि अब जल स्तर में कमी आई है. लेकिन लोगों को आने-जाने में अभी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. प्रशासन की ओर से पानी का बाहव रोकने के लिए मिट्टी के कट्टे लगवाने चाहिए व अन्य जरूरी इंतजाम भी करने चाहिए. लोगों ने कहा कि प्रशासन की तरफ से किसी भी तरह की कोई चेतावनी नहीं दी जाती है, ऐसे में किसी भी समय बड़ी दुर्घटना हो सकती है.
सिलीसेढ़ झील के पास भी रास्ता हुआ बंद
अचानक कहीं तेज बारिश के कारण सिलीसेढ़ के आसपास पहाड़ों से तेज पानी आने लगा तो वहां नालों में पानी का तेज बहाव हो गया. जिसके कारण सड़क बंद हो गई व आसपास के गांव के लोग फंस गए.
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