Jaipur: राजस्थान के जयपुर में फर्जी पुलिसकर्मी बनकर ठगी करने वाली ईरानी गैंग का असली पुलिस ने पर्दाफाश किया है. पुलिस ने 3 इनामी बदमाश सहित 4 शातिरों को गिरफ्तार किया है, जो बीते 5 महीने में जयपुर शहर में 4 वारदातों को अंजाम दे चुके है. यही नहीं इनके खिलाफ देश के कई राज्यों में ऐसे ही अनोखी ठगी से जुड़े कई मुकदमे दर्ज है, जिसके चलते इन पर 25-25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित था. ऐसे में इनको पकड़ने के लिए असली पुलिस के पसीने छूट गए.
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अक्सर किसी घटना के बाद पीड़ित पुलिस से संपर्क करता है और इसके लिए सबसे पहले वो पुलिस थाने पहुंचता है, लेकिन इस गिरोह के शातिर खुद ही फर्जी पुलिस कांस्टेबल और थानेदार बनकर पहले ठगी करते हैं और फिर पीड़ित को वहां से भगा देते. एकबारगी तो पीड़ित भी हैरान रह जाता लेकिन जब पता चलता की उसको चपत लग चुकी है तो असली पुलिस के पास जाता है लेकिन तब तक देर हो चुकी होती है. गिरोह के बदमाश अपने अगले टारगेट पर उसी वक्त निकल पड़ते है और असली पुलिस तक को भनक नहीं लगती थी. यही वजह है कि बीते कुछ महीनों में जयपुर में सराफा बाजार की गलियाँ संजय बाजार, तेलीवाड़ा, परतानियों का रास्ता और, गोपालजी के रास्ते में गिरोह के शातिर सूट-बूट पहन खुद को पुलिस का अधिकारी बताकर चेकिंग का हवाला देते और फर्जी आई-कार्ड दिखा ठगी कर फरार हो जाते थे.
यूं सामने आया मामला
डीसीपी राशि डोगरा डूडी ने बताया कि 9 मार्च 2024 को एक परिवादी ने रिपोर्ट देकर बताया कि वह अपनी दुकान से डायमंड और नगदी लेकर घर लौट रहा था तभी कुछ दूरी पर चार लोगों ने खुद को पुलिस वाला बताकर उसे रोका. इसके बाद आई कार्ड मांगा तो फर्जी आई कार्ड दिखा बैग में छानबीन करते हुए नगदी और 2 डायमंड के पीस लेकर भाग गए. इसके बाद पुलिस ने 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाल कर आरोपियों की पहचान करते हुए भोपाल के ईरानी बस्ती के रहने वाले शेख मुख़्तार उमर उर्फ हसन, मोहम्मद अली, उर्फ साबिर, जुल्फिकार उर्फ जावेद और जीतेन्द्र कुमार को गिरफ्तार किया है. सभी आरोपियों को लखनऊ से गिरफ्तार कर पुलिस जयपुर लेकर पहुंची है.
पहले सीबीआई अधिकारी बनकर भी कर चुके ठगी
पुलिस पूछताछ में पता चला कि शातिर गैंग के सरगना जयपुर में फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर भी ठगी कर चुके है. यही नहीं मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में भी कई लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं. इसके लिए गिरोह के सदस्य सराफा बाजार के आसपास गलियों को अपना टारगेट करते हैं और फिर पार्सल या बैग लेकर जाने वाले व्यक्तियों को रोक कर खुद को पुलिस या सीबीआई का अधिकारी बता कर चेकिंग करते हैं. तभी ग्रुप का एक शातिर खुद को एसीपी बताकर उसकी बातों में उलझाकर कीमती जेवरात और नगदी लेकर फरार हो जाते थे. हालांकि जयपुर पुलिस को दिल्ली, लखनऊ और कोलकाता में भी इनके खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज होने की जानकारी मिली है, जिनका आपराधिक रिकॉर्ड जयपुर पुलिस द्वारा मंगवाया गया है.
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