Rajasthan: भगवान भोलेनाथ को समर्पित सावन का महीना सोमवार 22 जुलाई से शुरू हो रहा है. इस महीने में भगवान भोलेनाथ के भक्त सोमवार को जल चढ़ाते हैं और मन्नत पूरी हो इसके लिए व्रत भी रखते हैं. टोंक जिले में एक शिव भक्त युवती की सावन शुरू होने से ठीक पहले कोबरा सांप ते काटने से जान चली गई. वह भगवान महादेव के भजन के साथ रील बनाकर खेत में घास लेने गई थी.
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घास में छुपे कोबरा ने काटा
दरअसल, टोंक जिले की रहने वाली दीपा साहू इंस्टाग्राम पर रील बनाती थी. वह अक्सर भगवान भोलेनाथ के भजनों के साथ रील बनाती थी और शिव भक्त थी. बीते दिन भी वह सावन और महादेव को लेकर एक रील बनाकर, उसे इंस्टाग्राम पर अपलोड़ कर खेत में घास लेने गई थी. इसी दौरान घास में छुपे बैठे कोबरा ने युवती के हाथ पर काट लिया. जिसके बाद वह चिल्लाई तो लोगों ने उस कोबरा सांप को मार डाला और युवती को हॉस्पिटल लेकर दौड़े.
CHC की बजाय कोटा ले गए परिजन
दीपा पर कोबरा के विष के असर होता देख परिजन उसे बिना वक्त गंवाये निजी वाहन से लेकर कोटा रवाना हो गये. लेकिन इससे पहले की दीपा कोटा पहुंच पाती कोबरा का विष उसके शरीर में फैल जाने से उसकि मौत हो गई. वहीं लोगों का कहना है कि अगर दीपा को सर्प दंश के बाद जीवनरक्षा के लिये माने जाने वाले गोल्डन पीरियड यानि एक घंटे के भीतर दूनी सीएचसी या फिर देवली के ट्रोमा अस्पताल ले जाया गया होता तो उसकी जान बच सकती थी.
कोबरा में होता है न्यूरोटॉक्स्कि वेनम
कोबरा सांप विश्व के 10सर्वाधिक विषैले सांपों की सूची में शामिल रहा है.शोध के अनुसार न्यूरोटॉक्स्कि वेनम दंश पीड़ित के तंत्रिका तंत्र को बुरी तरह से प्रभावित कर देता है.इसके असर से सांस और हृदयगति रूकना शुरू हो जाती है.समुचित उपचार नहीं मिलने पर पीड़ित की मौत हो जाती है. गौरतलब है कि एंटीवोनम सीरम सभी सरकारी अस्पतालों में मुफ्त उपलब्ध कराया जाता है. दीपा के शव का कोटा में ही पोस्टमार्टम किया गया है. पोस्टमार्टम के बाद शव को घाड़ लाया जा रहा है जहां उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
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