आनासागर लेक में 2 करोड़ की घूस में आरोपी ASP दिव्या मित्तल का मोबाइल खोज रही ACB, जानें क्यों?

चंद्रशेखर शर्मा

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Rajasthan News: 2 करोड़ घूस में आरोपी एसओजी की एएसपी दिव्या मित्तल के मोबाइल को एसीबी की टीम बुधवार को अजमेर की आनासागर झील में खोजती रही. शायद दिव्या मित्तल को एसीबी की कार्रवाई की भनक एक दिन पहले ही लग गई थी. इसलिए दिव्या मित्तल ने अपने 2 मोबाइल फोन अजमेर की आनासागर झील में फेंक दिए. रिमांड के दौरान जब एसीबी ने दिव्या मित्तल से पूछताछ की तो उसने मोबाइल आनासागर झील में फेंकना कबूल किया. बुधवार को जयपुर एसीबी की टीम मोबाइल बरामदगी के लिए दिव्या मित्तल को लेकर अजमेर पहुची.

बताया जा रहा है कि रविवार की रात जब दिव्या मित्तल ने अपना मोबाइल आनासागर में फेंका, उस समय वह अपनी सरकारी गाडी में थी. इसलिए सरकारी गाड़ी के ड्राइवर बहादुर सिंह को भी मोके पर बुलाया गया. झील का पानी गहरा होने के चलते एसीबी ने एसडीआरएफ की मदद ली. एसडीआरएफ के दस जवानों ने करीब तीन घंटे तक आनासागर में मोबाइल की तलाश की लेकिन मोबाइल बरामद नहीं हुआ. अंधेरा होने के चलते सर्च अभियान को रोका गया. इस दौरान दिव्या मित्तल एसीबी की हिरासत में कार में ही बैठी रही. कुछ देर के लिए दिव्या मित्तल को एसीबी के अधिकारी सर्किट हाउस भी लेकर पहुचे जहां दिव्या मित्तल ने कुछ देर आराम किया और वापस मौके पर लाया गया. बताया जा रहा है कि कल एक बार फिर एसीबी एसडीआरएफ की मदद से मोबाइल सर्च कर सकती है. 

जानकारी के अनुसार, रविवार रात करीब 10 बजे दिव्या मित्तल अपने एआरजी स्थित फ्लैट से सरकारी गाडी में ब्यावर के लिए निकली और उसने ड्राइवर बहादुर को गाडी आनासागर के करीब से ले जाने के लिए कहा. दिव्या मित्तल आनासागर के करीब आकर गाडी से उतर गई और रामप्रसाद घाट पर टहलने लगी. इस दौरान ड्राइवर कार में ही बैठा था. ड्राइवर ने एसीबी को बताया कि जिस समय दिव्या रामप्रसाद घाट पर उतरी तो उसके हाथ में सिर्फ एक बैग था और उसने कुछ सामान आनासागर में फेंका था.

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एसीबी से एक कदम आगे निकली दिव्या मित्तल
एसओजी की एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल एसीबी से एक कदम आगे चल रही हैं. पहले जब एसीबी ने दिव्या मित्तल को रंगे हाथों ट्रैप करने का प्रयास किया तो दिव्या मित्तल को पहले से ही भनक लग गई. उसके बाद जब कोर्ट के आदेश के बाद भले ही एसीबी ने पूरी गोपनीयता रखते हुए पांच ठिकानों पर एक साथ सर्च किया हो लेकिन एक दिन पहले ही दिव्या मित्तल ने अपना मोबाइल गायब कर दिया. दिव्या का मोबाइल एसीबी के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है. दो दिन में दिव्या की रिमांड अवधि भी समाप्त हो रही है. यदि इन 2 दिनों में दिव्या का मोबाइल नहीं मिला तो एसीबी का केस कमजोर पड़ने के भी आसार है. एसीबी इस हाई प्रोफाइल केस में मीडिया के सामने कुछ भी खुलकर बोलने से बच रही है.

जानें, क्या है पूरा मामला
दरअसल, मई 2021 में अजमेर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 16 करोड़ रुपए से ज्यादा की नशीली दवाओं की खेप पकड़ी थी. इसमें जयपुर में साढ़े पांच करोड़ और अजमेर में 11 करोड़ की दवाओं के साथ आरोपी पकड़े गए थे. मामले की जांच एसओजी कर रही थी. इसी मामले से नाम हटाने की एवज में एसओजी की एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल पर रिश्वत मांगने का आरोप है. परिवादी ने 4 जनवरी को एसीबी से संपर्क किया था.

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