IIT जोधपुर ने किया कमाल, बना डाला अनोखा सोलर एडेप्टर, फ्री में चार्ज होंगे EV व्हीकल, कीमत 1 हजार से कम

राजस्थान तक

07 Jun 2024 (अपडेटेड: Jun 7 2024 10:32 AM)

Jodhpur: देश में बढ़ती इलेक्ट्रिक कारों के अनुपात में अभी चार्जिंग स्टेशन की कमी हैं. खास तौर से दूर दराज के ग्रामीण इलाकों में तो न के बराबर चार्जिंग स्टेशन मौजूद हैं जबकि दुनिया के कई देशों में दूर दराज में ईवी के लिए रिमोट एरिया में सोलर ईवी चार्जर स्थापित किए गए हैं.

IIT Jodhpur

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Jodhpur:देश में बढ़ती इलेक्ट्रिक कारों के अनुपात में अभी चार्जिंग स्टेशन की कमी हैं. खास तौर से दूर दराज के ग्रामीण इलाकों में तो न के बराबर चार्जिंग स्टेशन मौजूद हैं जबकि दुनिया के कई देशों में दूर दराज में ईवी के लिए रिमोट एरिया में सोलर ईवी चार्जर स्थापित किए गए हैं. जो बेहद सफल रहे हैं. भारत में इसकी शुरूआत अभी नहीं हुई. यहां सिर्फ ग्रिड से आने वाली बिजली से ही वाहन चार्ज करने के स्टेशन हैं. 

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जोधपुर आईआईटी ने इसको लेकर एक ऐसा एडेप्टर बनाया है जिसके जरिए सोलर पैनल की बिजली से भी वाहन चार्ज हो सकते हैं. आईआईटी के इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग विभाग के डॉ. निशांत कुमार की अगुवाई में पिलर-टॉप सौर पैनल के लिए एडाप्टर विकसित कर लिया गया हैं. डॉ निशांत कुमार बताते हैं कि इसकी टेस्टिंग हमने कर ली हैं. इसकी लागत हजार रुपए तक आएगी, जिससे इसे कहीं पर भी आासनी से स्थापित किया जा सकता है. 

ईवी चार्जिंग में नया प्रयोग

आईआईटी जोधपुर के डॉ कुमार ने बताया कि कनाडा, चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया, रूस और कई अरब राज्य आपातकालीन ईवी चार्जिंग प्रदान करने के लिए अलग-अलग स्थानों में पिलर-टॉप सोलर पैनल प्रतिष्ठानों पर काम चल रहा है. हमने एक विशेष सेंसर-आधारित कम लागत वाला चार्जिंग एडेप्टर बनाया हैं जिसे अधिकतम दक्षता और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसे चार्जिंग एडेप्टर से छेड़छाड़ किए बिना वाहन कंपनी द्वारा प्रदान किए गए चार्जिंग एडेप्टर से आसानी से जोड़ा जा सकता है. 

कीमत 1 हजार से कम

उन्होंने बताया कि हमने इसके सभी स्तर के ट्रॉयल पूरे कर लिए हैं, वही पिलर टॉप सोलर पैनल बहुत साधारण चार्जिंग प्वाइंट होता हैं. एक पिल्लर को उस जगह पर लगाया जाता है जहां पर सूरज की किरणें आती हो. पैनल के साथ जरूरत पड़ती है. एडाप्टर की जो सौर उर्जा को ग्रिड उर्जा के बराबर पावर देता है. यह काम आईआईटी ने किया,  जिसके तहत उन्होंने सेंसर के माध्यम से इसे बनाकर टेस्टिंग की गई. यह एडाप्टर किसी भी चार्जिंग वाहन में काम आ सकेगा. इसका आद्योगिक परीक्षण भी कर लिया है. अब जल्द बाजार में उतारने की तैयारी है. जिसकी कीमत हजार रुपए तक होगी.
 

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