पायलट अब I.N.D.I.A. को मजबूत करते आएंगे नजर? जानें पूरा मामला

राजस्थान तक

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पायलट अब I.N.D.I.A. को मजबूत करते आएंगे नजर? जानें पूरा मामला
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Sachin Pilot became CWC member: कांग्रेस पार्टी ने रविवार को वर्किंग कमेटी (CWC) का ऐलान किया जिसमें राजस्थान (rajasthan news) के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (sachin pilot) को सदस्य बनाया गया है. उनका नाम इसलिए ज्यादा महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि जुलाई 2020 के बाद सचिन पायलट को पहली बार पार्टी में कोई पद दिया गया है. लगता है पार्टी कहीं ना कहीं पायलट की भूमिका को राजस्थान की सीमाओं से इतर राष्ट्रीय स्तर पर देख रही है. आगामी सभी राज्यों के विधानसभा चुनावों (rajasthan assembly elections) और लोकसभा चुनाव में पायलट देशभर में कांग्रेस पार्टी को मजबूत करते नजर आएंगे. ऐसे में विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. में भी उनकी बड़ी भूमिका हो सकती है.

गौरतलब है कि सचिन पायलट एक यूथ चेहरा हैं और पूरे देशभर में उनकी लोकप्रियता है. ऐसे में पायलट कांग्रेस पार्टी के लिए नेशनल लेवल पर काम करेंगे. माना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी ने 2024 लोकसभा चुनाव को देखते हुए उन्हें यह अहम जिम्मेदारी दी है. ऐसे में लोकसभा चुनाव के समय विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. में सीट शेयरिंग और चुनावी रणनीति में उनकी संभावित भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता है. 

सीडब्ल्यूसी में शामिल किए जाने के बाद सचिन पायलट ने ट्वीट करते हुए लिखा, “कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) का सदस्य बनाए जाने पर मैं आदरणीय कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, CPP चेयरपर्सन सोनिया गांधी एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का आभार व्यक्त करता हूं. हम सभी कांग्रेस की रीति-नीति व विचारधारा को सशक्त करते हुए उसे और अधिक मजबूती से जन-जन तक पहुंचाएंगे.

लोकसभा चुनावों की रणनीति में पायलट का रहेगा अहम रोल!

कांग्रेस आलाकमान पायलट को सीडब्ल्यूसी में शामिल करके उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर प्रोजेक्ट करना चाहता है ताकि लोकसभा चुनावों में इसका फायदा पार्टी को मिल सके. राजस्थान के पिछले विधानसभा चुनाव जीतने में भी पायलट की चुनावी रणनीति की अहम भूमिका रही थी. ऐसे में हो सकता है कि लोकसभा चुनावों में विपक्षी दलों के साथ मिलकर कांग्रेस की जो रणनीति तैयार होगी उसमें पायलट का अहम रोल हो. बताया ये भी जा रहा है कि आगामी कुछ महीनों में पायलट को पार्टी राष्ट्रीय महासचिव का पद भी दे सकती है. इसके बाद में स्वत: ही लोकसभा चुनाव के समय उनकी भूमिका राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी दलों की चुनावी रणनीति में बढ़ जाएगी.

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चर्चाओं पर लगा विराम

सचिन पायलट के पास 3 साल से ज्यादा समय से पार्टी में कोई पद नहीं था. जुलाई 2020 में मानेसर एपिसोड के समय पायलट को डिप्टी सीएम और प्रदेशाध्यक्ष के पद से हटा दिया गया था. उसके बाद से पार्टी ने उन्हें कोई पद नहीं दिया था. काफी समय से उन्हें दोबारा प्रदेशाध्यक्ष बनाने या राष्ट्रीय महासचिव बनाने की चर्चाएं चल रही थीं. अब पायलट को सीडब्ल्यूसी का मेंबर बनाए जाने के बाद इन चर्चाओं पर विराम लग गया है.

2018 से सचिन-गहलोत में चल रहा है फेस वॉर

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही विवाद चल रहा है. पायलट सीएम गहलोत पर बीजेपी नेता और राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के साथ मिलीभगत का आरोप भी लगा चुके हैं. वहीं सीएम गहलोत भी पायलट को नकारा, निकम्मा और गद्दार तक कह चुके हैं.

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गौरतलब है कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्यों की सूची में सचिन पायलट के अलावा कांग्रेस के शीर्ष नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, अधीर रंजन चौधरी और प्रियंका गांधी वाड्रा को भी जगह मिली है. 

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राजस्थान के इन नेताओं को मिली CWC में जगह

कांग्रेस वर्किंग कमेटी के 39 सदस्यों में राजस्थान से सचिन पायलट, पूर्व सांसद जितेंद्र सिंह, राजस्थान सरकार में मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय और अभिषेक मनु सिंघवी को शामिल किया गया है. वहीं हरीश चौधरी को पंजाब प्रभारी के तौर पर कमेटी में जगह मिली है. इसके अलावा मोहन प्रकाश का नाम सीडब्ल्यूसी के स्थायी आमंत्रित सदस्यों और पवन खेड़ा का नाम विशेष आमंत्रित सदस्यों में रखा गया है.

यह भी पढ़ें: सचिन पायलट उस लिस्ट में हुए शामिल जिसमें है सोनिया, राहुल और प्रियंका का नाम

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