जोधपुर के अस्पताल में नाबालिग से गैंगरेप के बाद मचा बवाल, पूर्व CM गहलोत बोले- 'ऐसा लगता है कि...'
जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल परिसर में एक नाबालिग के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है.
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राजस्थान में जोधपुर (Jodhpur News) के महात्मा गांधी अस्पताल परिसर में एक नाबालिक के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में भी ले लिया है. खास बात यह है कि घटना 25 अगस्त देर रात की है जब पूरे शहर में पुलिस हाई अलर्ट पर थी. क्योंकि 25 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (CM Bhajanlal Sharma) सहित लगभग राजस्थान की आधी सरकार जोधपुर में मौजूद थी. अब इस मामले को लेकर पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने भजनलाल सरकार पर निशाना साधा है.
पूर्व सीएम अशोक गहलोत (Former CM Ashok Gehlot) ने सोशल मीडिया पर लिखा, "जोधपुर के महात्मा गांधी राजकीय अस्पताल में नाबालिग बालिका से गैंगरेप की घटना राजस्थान में बनते जा रहे जंगलराज के हालातों का एक और उदाहरण है. ऐसा लगता है कि जोधपुर में जनप्रतिनिधियों और पुलिस दोनों का ही कानून व्यवस्था की ओर कोई ध्यान नहीं है जिससे अपराधियों को हौसले दिनोंदिन बुलंद होते जा रहे हैं. हमारे शांतिप्रिय एवं अपराधमुक्त जोधपुर को भाजपा के कुशासन ने बदहाल कर दिया है."
आरोपियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई हो: बेनीवाल
जोधपुर की इस घटना पर आरएलपी सुप्रीमो और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, "जोधपुर स्थित महात्मा गांधी अस्पताल में एक नाबालिग लड़की के साथ दुराचार होने की जानकारी संज्ञान में आई.अस्पतालों में इस तरह की हैवानियत होना न केवल अस्पताल प्रशासन के प्रबंधन बल्कि राजस्थान सरकार के सिस्टम पर बड़ा सवालिया निशान है."
आरएलपी सुप्रीमो ने आगे कहा कि महात्मा गांधी अस्पताल पश्चिमी राजस्थान के सबसे पुराने और बड़े अस्पतालों में से एक है और इतने बड़े अस्पताल में इस तरह की घटना हो जाना शर्मनाक है. मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा आखिर आप कब अपने दायित्व के प्रति गंभीरता दिखायेंगे...जोधपुर के इस मामले में सरकार को आरोपियों के खिलाफ कठोरतम कानूनी कार्रवाई करने के साथ अस्पताल की सुरक्षा का जिम्मा देख रही एजेंसी या अस्पताल के प्रबंधक दायित्व संभाल रहे अधिकारियों की भी जिम्मेदारी तय करनी चाहिए.
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बिना बताए घर से निकली थी बालिका
बालिका के परिजनों ने बताया कि वह शनिवार को ही बिना बताए घर से निकल गई थी जबकि उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट उन्होंने 25 अगस्त को सूरसागर थाने में दर्ज करवाई. वहीं पुलिस का कहना है कि 26 अगस्त को बालिका के अस्पताल में होने की जानकारी मिली. जिसके बाद उसके परिजनों को सूचित किया गया. तब बालिका ने बताया कि उसके साथ अस्पताल के बायोगैस कलेक्शन सेंटर के पास एक कमरे में दो युवकों ने गलत काम किया.
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