राहुल गांधी ने ‘वनवासी’ और आदिवासी का फर्क बताकर अडाणी का किया जिक्र
Rahul Gandhi addressed public meeting Mangarh dham: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress Leader Rahul Gandhi) आज विश्व आदिवासी दिवस (World Tribal Day) के मौके पर बांसवाड़ा (Banswara News) के मानगढ़ धाम (Mangarh Dham) पहुंचें. यहां उन्होंने जनसभा को संबोधित किया. चुनावी साल में इस जनसभा को काफी अहम माना जा रहा है. सभा को संबोधित करते […]
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Rahul Gandhi addressed public meeting Mangarh dham: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress Leader Rahul Gandhi) आज विश्व आदिवासी दिवस (World Tribal Day) के मौके पर बांसवाड़ा (Banswara News) के मानगढ़ धाम (Mangarh Dham) पहुंचें. यहां उन्होंने जनसभा को संबोधित किया. चुनावी साल में इस जनसभा को काफी अहम माना जा रहा है.
सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बचपन में मेरी दादी इंदिरा गांधी ने तेंदू एक आदिवासी बच्चा की किताब दी थी. वो आदिवासी बच्चे की कहानी थी. वो किताब मुझे सबसे अच्छी लगती थी. मैंने दादी से पूछा कि ये आदिवासी शब्द का मतलब क्या है. उन्होंने मुझे बताया कि ये हिंदुस्तान के पहले निवासी हैं. जो हमारी जमीन हैं. जिसको आज हम भारत कहते हैं, ये इन आदिवासियों की जमीन थी. ये आदिवासियों से सीखना चाहिए कि जल-जंगल और जमीन से क्या रिश्ता होना चाहिए. ये इंदिराजी के शब्द थे.
तब मेरे दिमाग में एक बात बैठ गई कि की आदिवासी इस धरती के पहले निवासी थे. हिंदुस्तान के जो ऑरिजनल मालिक थे वो यहां अंग्रेजों की गोली खाकर शहीद हुए. अब बीजेपी ने एक नया शब्द निकाला, वो है वनवासी. लेकिन हम चाहते हैं आप जो चाहें वो करो, आपके बच्चे जिस यूनिवर्सिटी में जाना चाहे जाए. अब वो कहते हैं कि आप आदिवासी या हिंदुस्तान के पहले निवासी नहीं थे. वो कहते हैं कि आप वनवासी नहीं यानी आप जंगल में रहते हो, आप ऑरिजनल मालिक नहीं है. ये आपका अपमान है, भारत माता का अपमान है.
BJP-RSS चाहती है कि आप जंगलों में रहे
आप वनवासी नहीं हो, आप आदिवासी हो. पहले ये आपकी जमीन थी. बीजेपी-आरएसएस चाहती है कि आप जंगलों में रहे, डॉक्टर-इंजीनियर ना बन पाएं. वो आप पर इस बात का ठप्पा लगाना चाहती है. वो चाहते हैं कि आप ही के जंगल को आपके हाथ से छीन लिया. वो जो औजार हमने आपको दिया, वो रद्द कर दिया. वो जंगल को काट रहे हैं. लेकिन इतिहास को कोई बदल नहीं सकता, सच्चाई ये है कि ये जमीन आदिवासियों की थी.
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लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर दिए भाषण का जिक्र किया कि मैंने वहा कहा आज मैंने संसद में भाषण दिया. मैंने बोला हिंदुस्तान एक आवाज है, हर नागरिक की, आदिवासियों की, दलितों और पिछड़ों की. ये बीजेपी वाले हिंदुस्तान की आवाज को दबाने की कोशिश करते हैं. बीजेपी की सोच ने मणिपुर में आग लगा. बीजेपी की विचारधारा ने भारत माता की हत्या की. 3-4 महीने से आग लगी है. प्रधानमंत्री चाहे तो 2-3 दिन में इस आग को बुझा देता है, अगर वो कहे तो सेना 2-3 दिन में आग बुझा देगी. उन्होंने ही मणिपुर को बांटा है. जहां भी ये जाते हैं किसी ना किसी को लड़ा देते हैं.
गहलोत सरकार की योजनाओं का भी किया जिक्र
इस दौरान उन्होंने गहलोत सरकार की योजनाओं की तारीफ करते हुए स्कीम्स की तारीफ की. उन्होंने कहा कि हम गरीबों की सरकार चलाते हैं, आदिवासियों की सरकार चलाते हैं. राजस्थान सरकार ने पुरानी पेंशन स्कीम से 90 लाख लोगों का फायदा दिया. हम लोगों की सरकार चलाते हैं और लोगों को जोड़ते हैं. इसलिए मैं कन्याकुमारी से कश्मीर तक चला और पूरे देश को जोड़ने का काम किया. नारा दिया कि हम नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलना चाहता हूं. मैं आपका सिपाही हूं दिल्ली में रहता हूं आप जब भी चाहो, मुझे बुला लो. मुझसे सवाल पूछो हमारी सरकार से सवाल पूछो. जो आपने इस देश के लिए कुर्बानी दी वो हम कभी नहीं भूल सकते, वो कभी नहीं भूल सकते.
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