भरतपुर में मिला सुखोई फाइटर प्लेन का ब्लैक बॉक्स, अब खुलेगा मिड-एयर क्रैश का असली राज!

Suresh Foujdar

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Bharatpur news: भरतपुर के उच्चैन में क्रैश हुए सुखोई फाइटर के टुकड़ों की तलाश के दौरान एयरफोर्स को बड़ी सफलता मिली है. सेना ने ग्रामीणों और बच्चों की मदद से फाइटर जेट के टुकड़े ढूंढने का प्रयास कर रही थी. क्रैश हुए एयरक्राफ्ट का मलबा दूर-दूर तक जंगल में बिखरा हुआ था. 2 दिन की खोज के बाद रविवार को को ब्लैक बॉक्स मिल गया. जानकारी के मुताबिक एयरफोर्स इकट्ठा किए गए एयरक्राफ्ट के मलबे को चार ट्रकों में भरकर ग्वालियर एयरबेस ले जाया जा रहा है. इसके अलावा ब्लैक बॉक्स काफी मशक्कत के बाद आज मिल गया है. सूत्रों के अनुसार ब्लैक बॉक्स ही इस पूरे हादसे का राज खोलेगा. बता दें ग्वालियर से इंडियन एयर फोर्स के 2 एयरक्राफ्ट मिराज और सुखोई ने एक साथ उड़ान भरी थी, जो आपस में टकरा गए थे. जिससे हादसा हुआ था.

क्रैश हुए एयरक्राफ्ट के मलबे की तकनीकी रूप से जांच एयरफोर्स करेगी. इसके बाद ही दोनों एयरक्राफ्ट के टकराने का कारण पता चल पाएगा. एयर फोर्स से जुड़े सूत्रों के अनुसार ब्लैक बॉक्स मिल गया है, इसलिए अब सर्च अभियान बंद हो गया है. फिलहाल क्रैश हुए एयरक्राफ्ट के मलबे और ब्लैक बॉक्स को ग्वालियर ले जाया जा रहा है.

गौरतलब है कि शनिवार सुबह करीब 10 बजे आसमान में उड़ता इंडियन एयर फोर्स का एक एयरक्राफ्ट जलता हुआ उच्चैन थाना इलाके के गांव नगला बाजी में अचानक गिर पड़ा था. जिसके बाद तेज धमाका हुआ, जिससे ग्रामीण भी डर गए थे. गनीमत रही कि गांव की आबादी से कुछ ही कदम दूर एयरक्राफ्ट गिरा था, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई.

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ग्रामीणों ने की आर्मी और एयर फोर्स की मदद
बता दें आर्मी और एयर फोर्स के अभियान में ग्रामीणों ने मदद करवाई. क्रैश हुए एयरक्राफ्ट के मलबे को इकट्ठा करने में तो ग्रामीणों ने बढ़-चढ़कर सेना की मदद की. यहां तक कि गांव के छोटे बच्चे भी सेना की मदद करते रहे. छोटे बच्चे गांव में घरों से पानी भरकर इंडियन एयर फोर्स और आर्मी के जवानों को पानी पिलाते हुए नजर आए.

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