किरोड़ी के बयान पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने दी प्रतिक्रिया, कही ये बड़ी बात, जानें

Suresh Foujdar

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Rajasthan Assembly Election 2023: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया पूर्वी राजस्थान के दौरे पर आए. भरतपुर पर दौरे पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने किरोड़ी लाल मीणा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हमारी पार्टी के सीनियर नेता है और मैं इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा. पिछले 4 वर्षों से भाजपा के सभी नेता और कार्यकर्ता सरकार से लड़ रहे हैं.

गौरतलब है कि भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा कई दिनों से धरना दे रहे हैं. जिस पर किरोड़ी लाल मीणा का बयान आया था कि मेरे आंदोलन में भाजपा का साथ नहीं मिला. आज जनता में कांग्रेस सरकार के खिलाफ जो आक्रोश है वह जगजाहिर है और यही वजह है कि प्रदेश में लूट हत्या और दुष्कर्म की बढ़ती वारदातों से आम जनता परेशान है. 

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पूनिया ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा भारी बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है. हमने पिछली हार से सबक लिया है और धरातल पर इस बार संगठन को मजबूत किया है. पूर्वी राजस्थान भाजपा के लिए बेहद महत्वपूर्ण रहा है और इसलिए भाजपा नेताओं के यहां दौरे हो रहे हैं. आम कार्यकर्ताओं का भी मनोबल बढ़ाया जा रहा है. साल 2018 में भाजपा विधानसभा चुनाव हार गए थे क्योंकि एक परसेप्शन बना हुआ है. राजस्थान में एक बार भाजपा और एक बार कांग्रेस लेकिन मैं उस धारणा पर नहीं जाना चाहता. लेकिन इस बार कांग्रेस सरकार के खिलाफ आक्रोश है.

गहलोत की बयानबाजी के अलावा धरातल पर कुछ भी नहीं
किसान परेशान है, बेरोजगारों को रोजगार नहीं है और आए दिन पेपर लीक मामले सामने आ रहे हैं. पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था बिगड़ी हुई है. इस विधानसभा चुनाव में भाजपा दो तिहाई बहुमत से ज्यादा सीट जीत कर लाएंगे. उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत 156 सीट लाने का दावा कर रहे हैं, लेकिन उनकी बयानबाजी के अलावा धरातल पर कुछ नहीं दिखता है. क्योंकि जब जब अशोक गहलोत के नेतृत्व में चुनाव हुए हैं तब तक कांग्रेस की दुर्गति हुई है. उन्होंने कहा कि इस बार कांग्रेस परमानेंट डिलीट होने वाली है. राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने 60 साल में इंदिरा गांधी नहर परियोजना के अलावा दूसरी कोई योजना नहीं दी. ईआरसीपी भाजपा की ओर से शुरू की गई थी. कांग्रेस के कुछ नेता के भाजपा ज्वाइन की अटकलों पर जवाब दिया कि यह उम्मीद की जा सकती है कि भाजपा जिस तरह से बड़ी पार्टी है उसमें इस बार अन्य पार्टी के कुछ बड़े ऐसे नेता भाजपा से जुड़ सकते हैं.

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