बाड़मेर: दलित कोजाराम मेघवाल हत्याकांड में चंद्रशेखर रावण के ऐलान के बाद टेंशन में गहलोत सरकार

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Barmer: बाड़मेर जिले में दलित कोजाराम मेघवाल हत्याकांड में 4 घंटे की वार्ता विफल रहने के बाद दलित संगठनों की ओर से बड़ा ऐलान करते हुए कहा गया है कि बाड़मेर जिले में डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के सारे कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं. दूसरी तरफ भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर रावण के ऐलान के बाद जयपुर सीएमओ से लेकर बाड़मेर पुलिस और प्रशासन टेंशन में आ गया है. वहीं दूसरी तरफ इसी मामले को लेकर दलित नेता उदाराम मेघवाल को सोशल मीडिया पर धमकी मिली है. इसको लेकर भी उदाराम ने कलक्टर-एसपी से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की है.

दरअसल, एक दिन पहले ही बाड़मेर जिले के आसाडी गांव में बुधवार को सुबह 7:30 बजे दलित कोजाराम मेघवाल अपनी दो छोटी बेटियों के साथ बकरी चराने के लिए घर से निकला था. आरोप है कि इसी दौरान पड़ोस में रहने वाले दबंगों ने कोजाराम मेघवाल को लाठी और डंडों से इतना बुरी तरीके से मारा कि कोजाराम मेघवाल की अस्पताल लाए जाने से पहले ही मौत हो गई है.

परिवार का यह भी आरोप है कि दबंगों ने परिवार के लोगों को घायल कोजाराम के पास तक नहीं जाने दिया गया. इसके साथ ही मृतक कोजाराम ने करीब एक माह पूर्व 15 मार्च को बाड़मेर एसपी से मुलाकात कर लिखित में परिवाद पेश किया था कि उसे और उसके परिवार को गुलाबसिंह से जान का खतरा है. लेकिन उसके बावजूद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, यही कारण रहा कि दबंगों ने कोजाराम मेघवाल की पीट-पीटकर हत्या कर दी. अब इसी बात को लेकर मृतक के परिजन, समाज के लोगों समेत दलित संगठनों के लोग बाड़मेर अस्पताल की मोर्चरी के आगे महापड़ाव डाले हुए हैं.

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भीम आर्मी चीफ ने बाड़मेर आने का किया ऐलान
भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद रावण ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए धरने को संबोधित करते हुए बाड़मेर आने का ऐलान किया है. चंद्रशेखर रावण ने कहा कि राजस्थान में आखिर कब तक इस तरह से हमारे समुदाय के लोगों को मारा जाता रहेगा. उन्होंने धरनार्थियों से कहा कि समुदाय के लोग धरने पर डटे रहें, 24 घंटों में प्रशासन मांगों पर सकारात्मक रुख नहीं अपनाता है तो ठीक है. वरना, मैं स्वयं भी आ रहा हूं, आपके साथ धरने पर बैठकर कोजाराम को न्याय दिलाएंगे, पुलिस में जितना जोर हो दिखा ले. इसके अलावा चंद्रशेखर रावण ने राज्य की गहलोत सरकार पर भी जमकर निशाना साधा.

1 करोड़ का मुआवजा, 2 सरकारी नौकरी समेत 5 मुख्य मांगे
इस पूरे मामले को लेकर दलित संगठनों की ओर से कुल 6 मांगे सरकार और प्रशासन के सामने रखी गई है. जिसमें प्रमुख रूप से पुलिस की लापरवाही के चलते कोजाराम मेघवाल की जान गई है इसलिए उप अधीक्षक और गिराब थानेदार को तुरंत निलंबित किया जाए. एक दर्जन से ज्यादा आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए. गांव में अस्थाई पुलिस चौकी लगाकर पीड़ित पक्ष को सुरक्षा दी जाए. साथ ही सबसे बड़ी मांग है कि परिवार को आर्थिक मुआवजे के तौर पर एक करोड़ रुपए और परिवार के दो सदस्यों को सरकारी नौकरी दी जाए.

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अंबेडकर जयंती के सम्पूर्ण कार्यक्रम स्थगित, लोगों से धरनास्थल पर पहुंचने की अपील
दलित कोजाराम मेघवाल हत्या प्रकरण में सुबह से ही हजारों की तादाद में लोग मोर्चरी के बाद जमा नजर आए तो दूसरी तरफ शुक्रवार को डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती को देखते हुए सरकार से लेकर बाड़मेर के कलेक्टर-एसपी और कांग्रेस के विधायक लगातार मामले में दलित संगठनों के साथ बातचीत कर मामला सुलझाने का प्रयास कर रहे थे. दलित संगठनों ने सीधे तौर पर अब ऐलान कर दिया है कि शुक्रवार को बाड़मेर जिले में बाबा साहब की जयंती के सारे कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है. साथ ही लोगों से यह आह्वान भी किया गया है कि ज्यादा से ज्यादा लोग धरना स्थल पर पहुंचे और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में सहयोग करें.

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जो भी दोषी हो, उसे बक्शा नहीं जाएगा- जिला कलक्टर
वहीं इस पूरे मामले को लेकर बाड़मेर के जिला कलेक्टर लोकबंधु ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए 3 आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार कर दिया गया है. साथ ही कलेक्टर और एसपी ने शाम को धरना स्थल पर जाकर पीड़ित पक्ष से ज्ञापन भी लिया. इसके बाद से ही वार्ता का दौर लगातार जारी है. इसमें जिस भी पुलिस अधिकारी की लापरवाही रही है उसे बक्शा नहीं जाएगा. मामले की पूरी तरीके से उच्च स्तरीय जांच करवाई जाएगी!

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