Video: इस्तीफे के बाद भारी मन से बोले किरोड़ी लाल मीणा- जिनके लिए संघर्ष किया वही विमुख हो गए

राजस्थान तक

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Kirodi lal meena's resignation : अचानक ऐसा क्या हुआ कि चुनाव परिणाम के बाद इस्तीफे पर लंबी चुप्पी के बाद किरोड़ी मीणा ने ऐसा किया. इस पूरे मामले पर डॉ. किरोड़ी मीणा ने क्या कहा...देखिए.

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राजस्थान में लोकसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद से विपक्ष कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी मीणा (Kirori Meena resigned after losing Dausa Loksabha) पर हमलावर था. कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूछा कि अब किरोड़ी मीणा इस्तीफा कब देंगे? इधर किरोड़ी मीणा के इस्तीफे को लेकर गाहे-बागाहे बयानबाजियां होती रहीं. आखिरकार गुरुवार को राजस्थान के कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा (Agriculture Minister Kirori Lal Meena resigns) ने अपने पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया. 

अचानक ऐसा क्या हुआ कि चुनाव परिणाम के बाद इस्तीफे पर लंबी चुप्पी के बाद किरोड़ी मीणा ने ऐसा किया. इस पूरे मामले पर डॉ. किरोड़ी मीणा ने क्या कहा...देखिए.

"कल मुझे दिल्ली बुलाया गया है. मैं जाऊंगा. उनको संतुष्ट करूंगा कि मैं नाकामयाब रहा. पार्टी को जीता नहीं सका. मैंने वचन दिया था कि अगर पार्टी नहीं जीती तो मैं मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा. मेरी नैतिक जिम्मेदारी बनती थी कि मैं पार्टी से इस्तीफा दे दूं . जब मेरी पार्टी दौसा में नहीं जीती तो मैंने मुख्यमंत्री जी से मिलकर आग्रह किया पर उन्होंने इस्तीफा स्वीकार करने से मना कर दिया. उन्होंने पूरी तरह से इस्तीफा ठुकरा दिया था. 

5 जून को मुख्यमंत्री जी से मिलकर दिया था इस्तीफा

डॉक्टर किरोड़ी मीणा ने बताया कि उन्होंने 5 जून को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मिलकर उनको इस्तीफा सौंपा था पर उन्होंने ठुकरा दिया. आखिरकार उन्होंने इस्तीफा डाक से भेज दिया. किरोड़ी लाल मीणा ने आगे कहा-  ''चूंकि मैंने वादा किया था, घोषणा कि थी. जनता में साख बनी रहे इसलिए  मैंने आखिर में इस्तीफा दे दिया. 

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पद की लोलुपता नहीं है- किरोड़ी लाल मीणा

किरोड़ी लाल मीणा ने आगे कहा- 'डिप्टी सीएम नहीं बनाने की नाराजगी होती तो शपथ ग्रहण के बाद ही इस्तीफा दे देता. मैं ईमानदारी से कह रहा हूं कि मेरा मुख्यमंत्री जी से या संगठन से कोई शिकायत नहीं है. न अपेक्षा है न पद लोलुपता है. मैं पार्टी को नहीं जीता सका. मेरी विफलता है. मैंने डेढ़ महीने से सरकारी सुविधा छोड़ दी. गाड़ी बंगला छोड़ दिया. एक दो जरूरी फाइलें थीं बस उन्हें ही निपटाई है.  

मीणा-गुर्जर आंदोलन के समय भी छोड़ा था पद- किरोड़ी मीणा

किरोड़ी मीणा ने कहा - ''एक बार मीणा-गुर्जर आरक्षण के दौरान मेरे को मंत्री पद छोड़ना पड़ा था. इसबार उन्होंने (दौसा की जनता ने) बिल्कुल नहीं सुनी. उन्हें लगा कि मोदी जी आरक्षण खत्म कर देंगे. मोदी जी ने 2019 में आरक्षण 2029 तक बढ़ाया है. 

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मन टूट गया- किरोड़ी मीणा

डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने आगे कहा- 'वो (दौसा की जनता ने) विमुख हो गए और मेरे क्षेत्र में पार्टी को नहीं जीता सका ये मेरी विफलता है. मैं वर्षों से काम कर रहा हूं. जिस क्षेत्र में 40 सालों से काम कर रहा हूं,  हर वर्ग हर जाति के लोगों की मदद की थी. पर वो विमुख हो गए . उन्होंने मेरी बात नहीं मानी और मन टूट गया. मैंने इस्तीफा दे दिया.

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