लाल डायरी पर विधानसभा में फिर बवाल, कार्यवाही स्थगित; कांग्रेस ने कही ये बात

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लाल डायरी पर विधानसभा में फिर बवाल, कार्यवाही स्थगित; कांग्रेस ने कही ये बात
लाल डायरी पर विधानसभा में फिर बवाल, कार्यवाही स्थगित; कांग्रेस ने कही ये बात
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proceedings of rajasthan assembly adjourned: राजस्थान (rajasthan news) विधानसभा में बुधवार को लाल डायरी (red diary) पर बीजेपी विधायकों ने जमकर हंगामा किया जिसके बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई. बीजेपी विधायकों ने सदन के वेल में आकर नारेबाजी भी की. नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ (rajendra rathore) ने सदन में बोलते हुए कहा कि सत्तापक्ष का सदस्य लाल डायरी टेबल करना चाहता है लेकिन उसे छीन लिया जाता है जो ठीक नहीं है.

वहीं कांग्रेस की तरफ से प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि कपोल कल्पित लाल डायरी को लेकर सदन नही चलने देना बीजेपी की साजिश है. मंत्री महेश जोशी ने भी कहा कि लाल डायरी बीजेपी के झूठ बोलने की ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट बन गई है.

राजस्थान की कोई एजेंसी लाल डायरी की जांच नहीं कर सकती: पूनिया

विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि सरकार के बर्खास्त मन्त्री ने लाल डायरी के 3 पेज से सियासत का खुलासा किया है. डायरी में RCA चुनाव का लेनदेन है. सभी जानते है कि CM के पुत्र RCA के अध्यक्ष है. राजस्थान की कोई एजेंसी इस लाल डायरी की जांच नहीं कर सकती. जांच के लिए सरकार को इस मामले को केंद्र की एजेंसी को रेफर करना चाहिए. लाल डायरी के रहर्य की परतें खुलनी चाहिए.

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राजेंद्र गुढ़ा ने जारी किए लाल डायरी के 3 पन्ने

मंत्री पद से बर्खास्त राजेंद्र गुढ़ा ने बहुचर्चित ‘लाल डायरी’ के 3 पन्ने जारी किए हैं. इन पन्नों में सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत, मुख्यमंत्री के ओएसडी सौभाग सिंह, आरटीडीसी (RTDC) चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ और कई अधिकारियों के बीच लेन-देन का जिक्र किया गया है. पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने यह भी दावा किया है कि लाल डायरी में हैंडराइटिंग धर्मेंद्र राठौड़ की ही है.

मैंने गहलोत को 2 बार CM बनाया: गुढ़ा

अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए पूर्व मंत्री गुढ़ा ने कहा कि उनको मैंने दो-दो बार मुख्यमंत्री बनाया. 2008 में तो ये फेल हो गए थे. इनके पास तो 96 एमएलए थे और इनको 100 से ऊपर एमएलए चाहिए थे. मैंने इनको 6 एमएलए दिए थे. उनको मुख्यमंत्री बनाने में मदद की थी. इसके बाद उनके कहने से राज्यसभा का 6 बार वोट दिया. दूसरी बार 2018 में मैंने फिर से 6 एमएलए दिए. दोबारा उनकी सरकार बनाने में मदद की.

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इस बयान के बाद गुढ़ा को हटाया गया था

राजेंद्र गुढ़ा ने सदन में राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को लेकर कहा था कि ‘ये स्वीकार करना चाहिए, ये सच्चाई है कि हम महिलाओं की सुरक्षा में असफल हो गए. राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ जिस तरह से अत्याचार बढ़े हैं, मणिपुर की चिंता करने की बजाय हमें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए’. इस बयान के बाद राजेंद्र गुढ़ा को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया था.

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