Rajasthan: कांग्रेस को बड़ा झटका, पायलट की करीबी नेता समेत छात्रनेता रविंद्रसिंह भाटी ने थामा बीजेपी का हाथ
Rajasthan: राजस्थान में चुनावी (Rajasthan Assembly Election) घमासान के बीच पार्टी उलट फेर का सिलसिला जारी है. कुछ दिन पहले प्रियंका गांधी की सभा में भाजपा छोड़ कर नेताओं ने कांग्रेस का दामन थामा. तो अब जयपुर की पूर्व मेयर व सचिन पायलट की करीबी कांग्रेस नेता ज्योति खंडेलवाल ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन […]
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Rajasthan: राजस्थान में चुनावी (Rajasthan Assembly Election) घमासान के बीच पार्टी उलट फेर का सिलसिला जारी है. कुछ दिन पहले प्रियंका गांधी की सभा में भाजपा छोड़ कर नेताओं ने कांग्रेस का दामन थामा. तो अब जयपुर की पूर्व मेयर व सचिन पायलट की करीबी कांग्रेस नेता ज्योति खंडेलवाल ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है. ज्योति खंडेलवाल ने वसुंधरा राजे की तारीफ की थी. भाजपा ज्योति को टिकट दे सकती है. इसके अलावा छात्रनेता रविंद्र सिंह भाटी (Ravindra Singh Bhati & Jyoti Khandelwal Join BJP) ने भी भाजपा का हाथ थाम लिया है. भाजपा भाटी को शिव विधानसभा से टिकट दे सकती है.
राजस्थान का चुनावी रण सभी के लिए प्रतिष्ठा बन चुका है. भाजपा में विरोध का सिलसिला जारी है. तो कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है. इस बीच टिकट नहीं मिलने से नाराज पार्टी बदलने में लगे हैं. कांग्रेस की नेता ज्योति खंडेलवाल ने भाजपा का दामन थाम लिया है. वो 20 साल तक कांग्रेस में रही. इस दौरान ज्योति जयपुर मेयर भी रही. 2018 में पार्टी ने उनका टिकट काट दिया था. उसके बाद से लगातार वो पार्टी के खिलाफ हो गई थी. कुछ दिन पहले उन्होंने वसुंधरा राजे की तारीफ की थी. इसके बाद वो चर्चा में आई. पार्टी ने 2019 में ज्योति खंडेलवाल को सांसद का टिकट दिया. लेकिन जयपुर से सांसद रामचरण बोराने को हरा दिया था. पार्टी ज्योति को किशनपोल सीट से अपना उम्मीदवार बना सकती है.
इन नेताओं ने थामा भाजपा का दामन
ज्योति खंडेलवाल के अलावा चंद्रशेखर बैद पूर्व विधायक, राजगढ़ से पूर्व विधायक नंदलाल पूनिया, झुंझुनूं से डॉ हरिसिंह सारण, सांवरलाल महरिया, राजस्थान धरोहर प्राधिकरण, उपाध्यक्ष, केसर सिंह शेखावत पूर्व IPS अधिकारी, भीमसिंह पिका पूर्व IPS अधिकारी, जयपाल सिंह, आम आदमी पार्टी से युवा नेता रविंद्र सिंह भाटी ने भाजपा का दामन थाम लिया है. रविंद्र भाटी छात्रसंघ नेता रहे हैं. जोधपुर विश्वविद्यालय में अध्यक्ष रहे. इसके बाद वो सुर्खियों में आए. रविंद्र भाटी विधानसभा चुनाव में बाड़मेर से टिकट मांग रहे हैं. लगातार कार्यक्रमों के माध्यम से शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं. रविंद्र भाटी को फायर ब्रांड नेता कहा जाता है. ऐसे में भाजपा रविंद्र भाटी को चुनाव मैदान में उतर सकती है.
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