पुष्कर में पीएम मोदी से जुड़े मिले दस्तावेज, उसमें है उनके चाय बेचने के स्टॉल का जिक्र, जानें पूरा मामला

ADVERTISEMENT

SC vote bank in rajasthan: राजस्थान में चुनौती बने दलित वोट बैंक पर मोदी का बड़ा दांव
SC vote bank in rajasthan: राजस्थान में चुनौती बने दलित वोट बैंक पर मोदी का बड़ा दांव
social share
google news

PM Modi’s Pothi: प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी के अजमेर दौरे के दौरान उनकी चाय बेचने वाली बात को लेकर एक बड़ा तथ्य सामने आया है. उनके परिवार की पौथी सामने आई है, जिसमें उनके परिवार के चाय के होटल का जिक्र है. यह पौथी अजमेर के पुष्कर में उनके पुश्तैनी पंडित परिवार के पास बताई जा रही है, जिसमें मोदी की पूरी वंशावली का जिक्र बताया गया है.

मोदी की इस पौथी के बारे में बताते हुए पंडित गणेश पाराशर ने कहा कि मोदी का परिवार के 72 साल पहले पुष्कर के पंडित श्याम सुंदर पाराशर के पास मिले थे. पाराशर का कहना है कि उनके दादा-परदादा यहां आए. जिसके बाद 47 साल पहले कई अन्य सदस्य भी आए. पाराशर परिवार के पास पौथी में इन सब बातों का जिक्र है. 

इस दस्तावेज में पीएम मोदी के बुजुर्गों के नाम और परिवार के नाम आदि हैं. साथ ही मोदी का भी नाम भी है. इस रिकॉर्ड के अनुसार गुजरात के वडनगर में मोदी के परिवार की चाय की दुकान (स्टेशन होटल) थी.

ADVERTISEMENT

मोदी के पुश्तैनी पंडितों में एक बात को लेकर है निराशा
इन सबके बीच पंडितों के मन में यह पीड़ा है कि प्रशासन ने उनको पास भी नही दिया. यही नहीं, नरेंद्र भाई मोदी ने सरोवर की पूजा अर्चना नहीं की, जिसकी वजह से उनके पुस्तैनी तीर्थ पुरोहित निराश है. अब यहां ब्राह्मणों में बहुत बड़ी बहस है कि पुष्कर सरोवर ही नारायण और ब्रह्मा का स्वरूप है. इसकी पूजा करनी चाहिए थी. क्योंकि नरेंद्र भाई मोदी का परिवार भी काफी धार्मिक रहा. जिसके चलते 70 साल पहले के नाम तीर्थ पुरोहित के पास है.

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री बुधवार अजमेर पहुंचे. उन्होंने सबसे पहले पुष्कर के ब्रह्मा मंदिर में दर्शन किए और फिर विशाल जनसभा को संबोधित किया. पिछले 8 महीने में यह पीएम मोदी का राजस्थान में छठा दौरा है. इससे पहले उन्होंने 10 मई को सिरोही के आबूरोड में जनसभा को संबोधित किया था.

ADVERTISEMENT

देखिए उनके परिवार के पुश्तैनी पंडितों का क्या कहना है

ADVERTISEMENT

यह भी पढ़ेंः अजमेर पहुंचे पीएम मोदी ने कांग्रेस को कहा 85 प्रतिशत कमीशन वाली पार्टी, बताई इसके पीछे की वजह

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT