हरीश चौधरी पर पंचायत सदस्यों को अपहरण करने का आरोप, महिला आयोग ने सरकार को लगाई फटकार
Barmer: राजस्थान में प्रधान के पद को लेकर बीजेपी-कांग्रेस इन दिनों आमने सामने होती नजर आ रही है. दरअसल, बाड़मेर जिले के पाटोदी में वर्तमान प्रधान ममता प्रजापत के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. इसके बाद से ही बीजेपी-कांग्रेस में खींचतान लगातार जारी है. एक तरफ जहां वोट नहीं होने तक पंचायत समिति सदस्यों […]
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Barmer: राजस्थान में प्रधान के पद को लेकर बीजेपी-कांग्रेस इन दिनों आमने सामने होती नजर आ रही है. दरअसल, बाड़मेर जिले के पाटोदी में वर्तमान प्रधान ममता प्रजापत के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. इसके बाद से ही बीजेपी-कांग्रेस में खींचतान लगातार जारी है. एक तरफ जहां वोट नहीं होने तक पंचायत समिति सदस्यों को उपप्रधान के बेटे ने बाड़ेबंदी में छुपा दिया है तो दूसरी तरफ बीजेपी अब इसको अपना हथियार बनाकर कांग्रेस का जमकर विरोध कर रही है.
पुलिस, हाईकोर्ट के बाद अब यह मामला महिला आयोग तक पहुंचा है. उससे पहले ही बीजेपी-कांग्रेस एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. इसी बीच रिसोर्ट के वीडियो सामने आने के बाद सियासी जंग तेज हो गई है.
प्रधान और प्रधान पति का हरीश चौधरी पर गंभीर आरोप
वीडियो में पाटोदी प्रधान ममता प्रजापत और उनके पति जोगेंद्र प्रजापत बायतु विधायक और पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश चौधरी पर कंकू देवी के बेटों को अपहरण करने का आरोप लगा रहे हैं. वहीं प्रधान पति ने हरीश चौधरी पर मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप भी लगाया है. पाटोदी प्रधान ममता प्रजापत और उनके पति जोगेंद्र का आरोप है कि कंकू देवी की तलाश में उनके दो बेटे हमारे साथ रिसोर्ट पहुंचे थे. प्रधान और प्रधान पति का आरोप है कि हरीश चौधरी और उनके समर्थकों ने कंकू देवी के दोनों बेटों का अपहरण कर लिया और अपने साथ ले गए. वीडियो में प्रधान पति रिसोर्ट से निकलने वाली गाड़ियों को पुलिस से चेक करने की गुहार लगाते नजर आ रहे हैं.
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हरीश चौधरी ने आरोपों को सिरे से किया खारिज
हरीश चौधरी ने अपने पर लगे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण शिविर चल रहा है. इस दौरान प्रधान पति ने आकर वहां पर हंगामा किया ताकि वह अपनी कुर्सी बचा सके.
यह था मामला
आपको बता दें कि बीजेपी के सदस्यों द्वारा ममता प्रजापत के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. आरोप है कि इसके बाद बीते 14 जुलाई को पंचायत समिति सदस्य कंकू देवी समेत 5 सदस्यों को मीटिंग होने का कहकर उपप्रधान का बेटा मेहराज सिंह अपने साथ ले गया. इसके बाद पंचायत समिति सदस्य कंकू देवी के बेटे पारसमल ने कोर्ट के जरिए पचपदरा थाने में अपनी मां का अपहरण करने का मामला दर्ज करवाया और राष्ट्रीय महिला आयोग से मिलकर मां से मिलाने की गुहार भी लगाई.
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इस बीच बाड़ेबंदी में रह रहे पंचायत समिति सदस्यों ने वीडियो जारी कर सकुशल होने, अपनी मर्जी से जाने और वोट भी अपनी मर्जी से करने की बात कही. वीडियो किसी रिसोर्ट का नजर आ रहा था. ऐसे में प्रधान, प्रधान पति और कंकू देवी के दो बेटे रिसोर्ट पहुंचे थे. जहां प्रधान और प्रधान पति ने कंकू देवी के बेटों को अपहरण करने का आरोप हरीश चौधरी पर लगाया है तो दूसरी तरफ हरीश चौधरी ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है.
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महिला आयोग की सदस्य की एंट्री
इस मामले में महिला आयोग की एंट्री हो गई है. रविवार को मीडिया से बातचीत करते हुए महिला आयोग की सदस्य ममता कुमारी ने बाड़मेर प्रशासन एवं पुलिस को पंगु बताया. उन्होंने कहा कि मैंने अपने जीवन में इस तरह की घटना कहीं नहीं देखी. किसी को वोट के लालच में इस तरह से अगवा कर लिया जाए. ये बेहद गंभीर विषय है और इस पर आयोग कड़ी कार्रवाई करेगा. महिला आयोग सदस्या ने कहा कि मैंने पंचायत समिति सदस्या कंकू देवी के बेटे से मुलाकात की है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से बीती रात को उनके दो बेटों को अगवा कर लिया गया, यह बेहद निंदनीय है, मैं इसकी भ्रत्सना करती हूं.
महिला आयोग की सदस्या के मुताबिक मैंने बाड़मेर के एसपी से मुलाकात की है. एसपी ने मुझे लिखित में निर्देश देने को कहा था तो मैंने उन्हें लिखित में दे दिया है और उनको स्पष्ट शब्दों में कहा है कि जब तक पंचायत समिति सदस्य कंकू देवी से मेरी मुलाकात नहीं करवाई जाती. तब तक यहां से मैं कहीं जाने वाली नहीं हूं.
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