प्रदेश में चुनाव लड़ेगी आजाद समाज पार्टी, चंद्रशेखर बोले- गहलोत को अंबेडकर की मूर्ति छूने का हक नहीं
Chandrashekhar Ravan: आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर आजाद समाज पार्टी भी तैयारी में जुट गई है. भीम आर्मी चीफ और आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण ने सभी 200 सीटों पर लड़ने की घोषणा कर दी है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में सर्वाधिक दलितों पर अत्याचार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के संभाग में हुए […]
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Chandrashekhar Ravan: आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर आजाद समाज पार्टी भी तैयारी में जुट गई है. भीम आर्मी चीफ और आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण ने सभी 200 सीटों पर लड़ने की घोषणा कर दी है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में सर्वाधिक दलितों पर अत्याचार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के संभाग में हुए हैं. ऐसे हालात बन पड़े हैं कि अब बहुजन समाज को राजनीतिक ताकत की आवश्यकता है और हमारी पार्टी पूरे राजस्थान में यह ताकत इस समाज को देगी.
चंद्रशेखर ने कहा कि जोधपुर में आयोजित सामाजिक न्याय सम्मेलन हमारा चौथा था और अब अंतिम जयपुर में होगा. उन्होंने ऐलान किया कि आने वाले विधानसभा चुनाव में हमारी पार्टी सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
भीम आर्मी चीफ ने कहा कि गहलोत के संभाग में दलितों के साथ कई घटनाएं हुई, लेकिन कहीं पर भी पूरा न्याय नहीं मिला. मैंने जब भी पीड़ितो से मिलने का प्रयास किया, मुझे यहां आने से रोका गया. मैंने समाज से आह्वान किया है कि अपनी लड़ाई खुद लड़नी पड़ेगी और इसके लिए पैरों पर खड़ा होना पड़ेगा. चाहे राजतंत्र हो या लोकतंत्र ,सभी हालात में दलितों को शोषण का सामना करना पड़ा है.
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गहलोत ने सम्मेलन रोकने किया प्रयास
आजाद ने आरोप लगाया कि उनकी आज जोधपुर में हो रहे सम्मेलन को रोकने का प्रयास मुख्यमंत्री ने किया. मुख्यमंत्री बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के प्रति सहानुभूति जताते हैं, लेकिन जो हालात उनके राज में है उससे उनको बाबा साहब की मूर्ति छूने का हक नहीं है. आजाद ने केंद्र की सरकार पर आरोप लगाया कि दलितों के नाम पर वोट मांगते हैं और कहते हैं कि आदिवासी राष्ट्रपति बनाया. जब आज संसद के उद्घाटन का मौका आया तो उनको बुलाया तक नहीं. इससे भाजपा बेनकाब हो गई है.
खिलाड़ियों के साथ व्यवहार शर्मनाक
चंद्रशेखर का कहना है कि दिल्ली में खिलाड़ियों के साथ जो व्यवहार किया गया वह बहुत ही शर्मनाक है. मैं उनके साथ हूं मैं वहां जाकर भी आया था और लगातार उनके संघर्ष में साथ रहेंगे. आजाद ने कहा कि खिलाड़ी दुखी होकर अपने मैडल बहाने जा रहे हैं. मेरी अपील है कि उनसे मेडल नहीं बहाए, बल्कि इस समय के साथ सरकार से संघर्ष करें.
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