NIA की रडार पर PFI, जयपुर-कोटा समेत 7 ठिकानों पर की रेड, जानें क्या है पूरा मामला
Rajasthan News: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने राजस्थान में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के 7 ठिकानों पर छापेमारी कर बड़ी कार्रवाई की है. शनिवार को एनआईए ने कोटा, सवाई माधोपुर, भीलवाड़ा, बूंदी और जयपुर स्थित पीएफआई के ठिकानों पर रेड की. कोटा में 3 जबकि सवाई माधोपुर, भीलवाड़ा, बूंदी और जयपुर में एक-एक ठिकानों […]
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Rajasthan News: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने राजस्थान में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के 7 ठिकानों पर छापेमारी कर बड़ी कार्रवाई की है. शनिवार को एनआईए ने कोटा, सवाई माधोपुर, भीलवाड़ा, बूंदी और जयपुर स्थित पीएफआई के ठिकानों पर रेड की. कोटा में 3 जबकि सवाई माधोपुर, भीलवाड़ा, बूंदी और जयपुर में एक-एक ठिकानों पर छापेमारी हुई है.
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी की टीम ने भीलवाड़ा शहर के भीतरी इलाके गुल नगरी में छापा मारा है. शनिवार अल सुबह 4 बजे के लगभग एनआईए के 2 दर्जन से अधिक अधिकारियों ने पीएफआई के पूर्व कार्यकर्ता इमरान रंगरेज के घर पर छापेमारी की. अभी उसके मकान पर ताला लगा हुआ है. एनआईए को इस सर्च कार्रवाई में क्या मिला इसका खुलासा नहीं हुआ है. एनआईए ने भीलवाड़ा की लोकल पुलिस को भी छापेमारी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी.
वहीं, कोटा में एनआईए की टीम सुबह जल्दी पहुंच गई थी. इस दौरान टीम ने रामपुरा थाना क्षेत्र में दबिश दी है. कोटा में कुल तीन जगह छापे मारे गए. बूंदी में भी एनआईए की टीम द्वारा पीएफआई के पदाधिकारियों के घर पर छापेमारी की गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एनआईए ने इस छापेमारी में पीएफआई के कई सदस्यों को पकड़ा भी है.
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इससे पहले एनआईए इस मामले में दो आरोपियों सादिक सर्राफ और मोहम्मद आसिफ को गिरफ्तार कर चुकी है. इनके खिलाफ 19 सितंबर 2022 को नई दिल्ली स्थित एनआईए मुख्यालय में केस दर्ज किया गया था. 11 फरवरी को भी एनआईए ने इस मामले में राजस्थान के जयपुर से आरोपी मोहम्मद सोहेल को गिरफ्तार किया था.
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तलाशी में मिल चुके हैं हथियार और आपत्तिजनक डॉक्यूमेंट
गौरतलब है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पिछले महीने राजस्थान में कोटा समेत 9 जगहों पर छापा मारा था. उस समय जांच एजेंसी के अधिकारियों को कई डिजिटल उपकरण, तेज धार वाले चाकू और आपत्तिजनक साहित्य व सामग्री मिली थी. एनआईए ने यह छापेमारी विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच नफरत को बढ़ावा देने और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश से जुड़े एक मामले में की थी.
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इनपुट: प्रमोद तिवारी
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