जोधपुर हत्याकांड के 40 घंटे बाद इन बातों पर बनी सहमति, चारों शवों का किया गया अंतिम संस्कार

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जोधपुर हत्याकांड के 40 घंटे बाद बनी सहमति, परिजनों ने चारों शवों का किया गया अंतिम संस्कार
जोधपुर हत्याकांड के 40 घंटे बाद बनी सहमति, परिजनों ने चारों शवों का किया गया अंतिम संस्कार
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Brutal murder of 4 people in Osian, Jodhpur: राजस्थान में जोधपुर (Jodhpur news) जिले के ओसियां (Osian news) में 6 माह की मासूम समेत 4 लोगों की नृशंस हत्या (Brutal Murder) के मामले में 40 घंटे बाद परिजनों और प्रशासन के बीच सहमति बन गई है. इसके बाद मृतकों के परिजनों ने चारों शवों का अंतिम संस्कार भी कर दिया.

जानकारी के अनुसार, मृतक के परिवार में 2 लोगों को संविदा पर नौकरी और अधिकतम मुआवजा देने के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा. परिवार जनों की सुरक्षा के लिए एक अस्थाई पुलिस चौकी भी स्थापित की जाएगी. वहीं इस केस की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की जाएगी.

परिजनों के साथ वार्ता में अधिकारी व जनप्रतिनिधि रहे मौजूद
मृतकों के परिजनों के साथ तीसरे दौर की वार्ता में जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता, ग्रामीण एसपी धर्मेंद्र सिंह यादव, ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा, खींवसर विधायक नारायण बेनीवाल, भोपालगढ़ विधायक पुखराज गर्ग, मेड़ता विधायक इंदिरा बावरी, पूर्व मंत्री भैराराम सियोल और बीजेपी नेता रामनिवास मंडा समेत कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे. ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मैं स्वयं बात करूंगी और अधिक से अधिक मुआवजा दिलवाने का प्रयास करूंगी.

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रिश्तेदार ही निकला था हत्यारा
इस नृशंस हत्याकांड का कातिल मृतकों का रिश्तेदार पप्पूराम ही निकला था जिसे पुलिस ने 6 घंटे के भीतर ही अरेस्ट कर लिया था. दरअसल, आरोपी पप्पू राम (19) के भाई की मौत 7 महीने पहले गुजरात के सूरत में हुई थी. पप्पू भाई की मौत का जिम्मेदार चाचा पूनाराम को मानता था. इसलिए उनसे अपने चाचा और उसके परिवार को मौत के घाट उतार दिया.

ये है पूरा मामला
गंगाणियों की ढाणी में रहने वाले पूनाराम बैरड़ (55), उनकी पत्नी भंवरीदेवी (50), पुत्रवधु धापू (24) और सात महीने की पोती के शवों को जले और अधजले हालत में बुधवार सुबह देखा गया. ग्रामीणों ने बताया कि अलसुबह धुआं उठते देख वे मकान के पास पहुंचे. अंदर जाकर देखा तो चारों के शव जले हुए पड़े थे. इस घटनाक्रम में बच्ची का शव पूरी तरह जल चुका था. वहीं अन्य परिजनों का शव 40 से 50 फीसदी जले हुए थे. घर के बाहर पड़ी चारपाई पर खून के निशान मिले हैं. मृतक परिवार खेती बाड़ी का काम करता था.

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