2 करोड़ के घूस मामले में ASP दिव्या मित्तल पर आरोप: परिवादी से बोलीं- बार्गेनिंग मत करो, ऊपर तक देना पड़ता है

चंद्रशेखर शर्मा

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Ajmer bribe news: अजमेर में एसओजी की एएसपी दिव्या मित्तल पर 2 करोड़ की रिश्वत मांगने के मामले में एक और बात सामने आई है. आरोप है कि परिवादी ने जब दिव्या मित्तल से 2 करोड़ देने में असमर्थता जताई और पैसे नहीं होने की बात कही तो उन्होंने कहा कि ये कोई बनिए की दुकान नहीं है. बार्गेनिंग मत करो, ऊपर तक देना पड़ता है हमें. एएसपी पर ये भी आरोप है कि उन्होंने कुछ लोगों का उदाहरण देकर धमकाया कि वे भी नहीं मानें और आज देखो उन्हें. पैसे नहीं दोगे तो जेल जाना पड़ेगा.

अजमेर पुलिस भी कटघरे में!
इधर दिव्या मित्तल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ड्रग माफियाओं को पकड़ने का मुझे ये ईनाम मिला है. यही नहीं दिव्या मित्तल में ड्रग मामले में अजमेर के पुलिस अधिकारियों को भी शामिल बताया है. मित्तल ने कहा कि उन्होंने किसी भी व्यक्ति से रिश्वत की मांग नहीं की है. ये ड्रग माफियाओं का रैकेट है ताकि मेरे यहां से फाइल हट जाए. क्योंकि मैं लगातार उन्हें ट्रैक कर रही थी. इसमें अजमेर पुलिस के कई अधिकारी भी शामिल हैं. दिव्या मित्तल के इस बयान ने अजमेर पुलिस को कठघरे में खड़ा कर दिया है.

यहां जानिए पूरा मामला
जयपुर एसीबी ने सोमवार को दिव्या मित्तल के अजमेर स्थित एआरजी सोसायटी के उनके फ्लैट समेत पांच ठिकानों पर छापा मारा और कुछ दस्तावेज बरामद कर दिव्या को हिरासत में लेकर जयपुर पूछताछ के लिए ले गई. इस दौरान एसीबी के एएसपी बजरंग सिंह ने बताया- ‘एक परिवादी एसीबी मुख्यालय पर आए थे. उन्होंने इस बात की सूचना दी थी कि उसके खिलाफ एक प्रकरण दर्ज होने के बाद उसमें से नाम हटाने के एवज में दो करोड़ रुपए की डिमांड की जा रही है. परिवादी ने कहा कि उसका इसके अंदर कोई दोष नहीं है. उसने बताया- जब मैं अनुसंधान अधिकारी दिव्या मित्तल के पास गया तो उन्होंने मुझसे कहा कि आप उदयपुर की तरफ रवाना हो जाओ. आपके पास एक फोन आएगा. उसके अनुसार वहां चले जाना. थोड़ी देर में निकलते ही फोन आया और उसके बाद मैं उदयपुर के लिए रवाना हो गया. वहां मुझसे दो करोड़ की मांग की गई. असमर्थता जाहिर करने पर डरा-धमकाकर एक करोड़ रुपए से कम नहीं होने की बात कही गई. यहां से लौटकर एसीबी को रिपार्ट दी.’

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गौरतलब है कि एसीबी ने दिव्या के अजमेर स्थित एआरजी सोसायटी के फ्लैट पर, जयपुर स्थित एक फ्लैट पर, उदयपुर के सिकलवास स्थित रिसॉर्ट, चिड़ावा स्थित इनके पैतृक घर और अजमेर स्थित एसओजी के दफ्तर में रेड की कार्रवाई की.

उदयपुर में दिव्या मित्तल के रिसॉर्ट पर हुई मीटिंग
परिवादी का कहना है कि एएसपी ने उन्हें उदयपुर निकलने के लिए कहा. वहां के लिए निकलते ही रास्ते में एक वाट्सएप कॉल आया. वहां वो नेचर हिल रिसॉर्ट में गए जो एएसपी दिव्या मित्तल का है. वहां दलाल ने उनके जूते-जैकेट सब उतरवा लिए और 2 करोड़ की मांग की. नहीं दे पाने की बात पर डराया गया.

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परिवादी पर ये है आरोप
दरअसल मई 2021 में अजमेर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 16 करोड़ रुपए से ज्यादा की नशीली दवाओं की खेप पकड़ी थी. इसमें जयपुर में साढ़े पांच करोड़ और अजमेर में 11 करोड़ की दवाओं के साथ आरोपी पकड़े गए थे. चूंकि परिवादी की हरिद्वार में दवाई बनाने की फैक्ट्री है. परिवादी पर आरोप है कि अजमेर में साइकोट्रोपिक ड्रग से संबंधित दर्ज मुकदमों का कनेक्शन उनकी फैक्ट्री से है. दरअसल रेड की कार्रवाई में जो दवाएं मिली हैं उनमें से कुछ परिवादी की फैक्ट्री में बनी हैं. इसी मामले से नाम हटाने के एवज में रिश्वत मांगने का आरोप है. परिवादी ने 4 जनवरी को एसीबी से संपर्क किया था. परिवादी का कहना है कि पूर मामले में उन्हें जबरन घसीटकर पैसे मांगे जा रहे हैं.

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