रंग लाया Madan Prajapat का ‘सत्याग्रह’, खाली पैर चलता नहीं देख पाए CM Gehlot!
Madan Prajapat’s ‘Satyagraha’ paid off, CM Gehlot could not see him walking barefoot!
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Madan Prajapat’s ‘Satyagraha’ paid off, CM Gehlot could not see him walking barefoot!
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को नए जिलों के नोटिफिकेशन जारी कर दिए हैं. 2022 के बजट सत्र के दौरान CM गहलोत ने बालोतरा को जिला को लेकर कोई घोषणा नहीं की तो पचपदरा से आने वाले कांग्रेस के विधायक मदन प्रजापत ने विधानसभा के बाद जूते खोलकर यह प्रण ले लिया था कि जब तक बालोतरा को जिला बनाने की घोषणा CM गहलोत नहीं करेंगे, तब तक नंगे पैर ही रहेंगे. जिसके बाद CM गहलोत में राम लुभाया कमेटी की अनुशंसा पर 17 नए जिलों की मंजूरी दी. देश के इतिहास में शायद ऐसा पहली बार हुआ होगा कि किसी प्रदेश में 17 जिले एक साथ बने हों. दरसअल, राजस्थान में अपनी ही सरकार को मनवाने के लिए विधायक ने करीब एक साल तक जूते-चप्पल छोड़ दिए. नतीजतन सरकार ने पचपदरा विधानसभा सीट की डिमांड पूरी कर बालोतरा को जिला बना दिया. विधायक मदन प्रजापत ने अपनी मांग को लेकर विधानसभा के बाहर से अपने जूते खोल दिए थे और प्रण लिया था कि ‘जब तक बालोतरा जिला नहीं बन जाता, तब तक मैं पांव में जूते-चप्पल नहीं पहनूंगा’ इसके बाद आए दिन विधायक मदन प्रजापत बालोतरा को जिला बनाने की मांग को लेकर विधानसभा और हर कहीं मुद्दा उठाते रहे और करीब एक साल तक बिना चप्पल-जूतों के नंगे पैर ही घूमते रहे.
पचपदरा विधायक मदन प्रजापत ने भी नए जिलों की मंजूरी पर मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया. एमएलए प्रजापत ने कहा कि कुछ लोग कहते थे कि बालोतरा जिला कैसे बनेगा, तो ये उन लोगों के मुंह पर जवाब है. मैं बालोतरावासियों की ओर से मुख्यमंत्री को धन्यवाद देता हूं और संपूर्ण बालोतरा वासियों को बालोतरा के विधिवत जिला बनने की बधाई देता हूं. अब ओएसडी का पदनाम बदलकर यहां कलक्टर पदस्थापित होंगे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि सरकार की मंशा है कि प्रत्येक जिले को बेहतर गवर्नमेंट मिले.
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