जैसलमेर: बॉर्डर पर भारत और मिस्र सेना का ऑपरेशन हेलीबोर्न, ऐसे हुए दुश्मन के ठिकाने ध्वस्त! जानें

विमल भाटिया

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Jaisalmer news: जैसलमेर के रेगिस्तान में गत 14 जनवरी से भारत और मिस्र की सेना के विशेष बलों के बीच चल रहे “एक्सरसाइज साइक्लोन- I” अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है. अभियान के तहत आधुनिक हथियारों से आंतकवाद से निपटने के लिए युद्ध कौशल के कई प्रकार के ऑपरेशन किए गए. इसके अलावा युद्ध की परिस्थितियों में दुश्मन के छद्म ठिकानों को नष्ट करने के लिए न केवल लड़ाकू हेलीकॉप्टर से हेलिबोन ऑपरेशन किए गए. जबकि सर्जिकल स्ट्राइक कर कमांडो के दुश्मन के इलाके में घुसकर ग्राउंड पर लड़ाई लड़ने का पेशेवराना नजारा प्रस्तुत किया गया. 14 दिनों के इस सैन्य एक्सरसाइज का समापन 28 जनवरी को होने जा रहा है.

सैन्य एक्सरसाइज में भारत और मिस्र की सेनाओं के स्पेशल दस्ते संयुक्त सैन्य अभ्यास में भाग ले रहे हैं. यह पहला मौका है जब भारत के साथ मिस्र सैन्य अभ्यास में एक साथ हिस्सा ले रहे हैं. साथ ही मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल सिसी भी 26 जनवरी को मुख्य अतिथि के रूप में समारोह में शामिल हुए थे.

दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग होगा मजबूत
सैन्य आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जैसलमेर के रेगिस्तान में साइक्लोन 1 नाम का पहला संयुक्त अभ्यास चल रहा है. इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को मजबूत करना है और आतंकवाद का मुकाबला करने, टोह लेने, छापे मारने और अन्य विशेष अभियानों को अंजाम देने के दौरान रेगिस्तानी इलाके में पेशेवर कौशल और विशेष बलों की अंतर-क्षमता को साझा करने पर ध्यान केंद्रित करना है. जैसलमेर के रेगिस्तान में भारतीय सेना और मिस्र की सेना के संयुक्त सैन्य अभ्यास के दौरान हेलीबोर्न ऑपरेशन किया गया. इस दौरान दोनों देशों के सैनिकों ने एक आक्रामक ऑपरेशन चलाया. इसमें सेना के लड़ाके हथियारों के साथ ग्राउंड फोर्स कमांडर के नियंत्रण में हेलीकॉप्टर से मैदान में उतरते हैं. ये ऐसा ऑपरेशन है जो लड़ाकू हेलीकॉप्टर के साथ किया जाता है.

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तस्वीर: विमल भाटिया

दुश्मन के ठिकानों को किया तहस-नहस
सूत्रों के मुताबिक हेलीबोर्न ऑपरेशन में लड़ाकू हेलीकॉप्टर से दोनों देशों के कमाण्डो सैनिक युद्ध के छदम मैदान में उतरे व सर्जिकल स्ट्राइक कर दुश्मन को खत्म कर हेलीकॉप्टर से ही वापस लौट गए. इस दौरान दोनों देशों के सैनिकों ने एक आक्रामक ऑपरेशन चलाया. इसमें सेना के लड़ाके हथियारों के साथ ग्राउंड फोर्स कमांडर के नियंत्रण में हेलीकॉप्टर से मैदान में उतरते हैं. ये ऐसा ऑपरेशन है जो लड़ाकू हेलीकॉप्टर के साथ किया जाता है.

दोनों देशों के बीच साझा युद्ध अभ्यास
“एक्सरसाइज साइक्लोन- I” दोनों देशों के विशेष बलों को एक साझा मंच पर लाने वाला अपनी तरह का पहला अभ्यास है. 14 दिनों तक चलने वाला यह अभ्यास जो राजस्थान के रेगिस्तान में किया जा रहा है, दोनों टुकड़ियों को स्निपिंग, कॉम्बैट फ्री फॉल, टोही, निगरानी और लक्ष्य पदनाम, हथियारों, उपकरणों, नवाचारों, रणनीति के बारे में जानकारी साझा करने जैसे विशेष बलों के कौशल को आगे बढ़ाने के लिए संलग्न करता है. यह माना जा रहा है कि संयुक्त अभ्यास से दोनों सेनाओं की संस्कृति का भी आदान-प्रदान होगा. जिससे भारत और मिस्र के बीच राजनयिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए सैन्य सहयोग और पारस्परिकता को बढ़ावा मिलेगा. संयुक्त अभ्यास में दोनों सेनाएं युद्ध कौशल और रणनीति को बांट रहे हैं.

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