राजस्थान का 5वां टाइगर रिजर्व बना धौलपुर-करौली, एनटीसीए ने दी मंजूरी

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राजस्थान का 5वां टाइगर रिजर्व बना धौलपुर-करौली, एनटीसीए ने दी मंजूरी
राजस्थान का 5वां टाइगर रिजर्व बना धौलपुर-करौली, एनटीसीए ने दी मंजूरी
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Dholpur-Karauli Tiger Reserve: राजस्थान (rajasthan news) के धौलपुर (dholpur news) जिले के सरमथुरा और करौली (karauli news) के जंगलों को मिलाकर पांचवा टाइगर रिजर्व बनाया जाएगा. इसे नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (NTCA) की अंतिम मंजूरी मिल गई है. इस बारे में वन विभाग कई महीनों से प्रयास कर रहा था. अब एनटीसीए से मिली अंतिम स्वीकृति के बाद राज्य सरकार द्वारा जल्द ही गजट नोटिफिकेशन जारी करने का काम शुरू हो जाएगा.

दरअसल, धौलपुर और करौली की 31 ग्राम पंचायतों में आने वाली जमीन को टाइगर रिजर्व के लिए उपयुक्त माना गया है. इसमें धौलपुर जिले के सरमथुरा, बाड़ी और बसेड़ी की 13 ग्राम पंचायत और करौली जिले की 18 ग्राम पंचायतें शामिल हैं. टाइगर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल एक हजार 75 वर्ग किलोमीटर है जिसमें 495 वर्ग किलोमीटर बफर एरिया और 580 वर्ग किलोमीटर कोर एरिया है.

बाघों में वर्चस्व की लड़ाई होगी खत्म!

सवाईमाधोपुर के रणथंभौर अभयारण्य में आए दिन होने वाली वर्चस्व की लड़ाई में कई बाघ जान गंवा चुके हैं. लेकिन अब इसमें कमी आएगी क्योंकि उन्हें धौलपुर-करौली टाइगर रिजर्व एरिया मिल जाएगा. इस तरह यह राजस्थान का पांचवां टाइगर रिजर्व होगा. वन विभाग की टीम ने सरमथुरा के जंगलों में चार साल से डेरा जमाए टाइगरों की निगरानी बढ़ा दी थी और उनके मूवमेंट पर लगातार नजर रखी जा रही थी.

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पर्यटन को भी मिलेगा बढ़ावा

रणथंभौर टाइगर रिजर्व से कुछ टाइगर्स करौली के कैलादेवी अभयारण्य होते हुए सरमथुरा और धौलपुर तक मूवमेंट कर जाते थे. लेकिन अब धौलपुर-करौली टाइगर रिजर्व बनने से यहां बाघों का ठीक से संरक्षण होगा. वहीं पर्यटकों को टाइगर सफारी के लिए एक और डेस्टिनेशन मिल जाएगी. इससे प्रदेश के पर्यटन में भी इजाफा होगा और साथ ही रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.

धौलपुर वाइल्ड लाइफ के क्षेत्रीय वन अधिकारी टिंकू सिंह ने बताया कि एनटीसीए के द्वारा धौलपुर-करौली को टाइगर रिजर्व बनाने की फाइनल मंजूरी दे दी गई है. यह राजस्थान का पांचवा टाइगर रिजर्व होगा. इसका कुल क्षेत्रफल एक हजार 75 वर्ग किलोमीटर है जिसमें 495 वर्ग किलोमीटर बफर एरिया और 580 वर्ग किलोमीटर कोर एरिया है.

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