SOG एएसपी दिव्या मित्तल पर पहले भी लग चुके हैं गंभीर आरोप, 2 महीने तक रहना पड़ा था एपीओ, जानें

राजस्थान तक

17 Jan 2023 (अपडेटेड: Jan 17 2023 11:01 AM)

Ajmer bribe news: दो करोड़ रुपए की रिश्वत मामले में एसीबी में केस दर्ज होने के बाद एसओजी एएसपी दिव्या मित्तल पर पहली बार इस तरह के आरोप नहीं लगे. मूल रूप से हरियाणा की रहने वाली अधिकारी पहले भी विवादों में रही. साल 2010 में आरएएस की परीक्षा पास करने के बाद दिव्या मित्तल […]

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Ajmer bribe news: दो करोड़ रुपए की रिश्वत मामले में एसीबी में केस दर्ज होने के बाद एसओजी एएसपी दिव्या मित्तल पर पहली बार इस तरह के आरोप नहीं लगे. मूल रूप से हरियाणा की रहने वाली अधिकारी पहले भी विवादों में रही. साल 2010 में आरएएस की परीक्षा पास करने के बाद दिव्या मित्तल को आरपीएस बनने का मौका मिला. जिसके बाद उन्होंने जयपुर में ट्रेनिंग की. उनकी पहली पोस्टिंग उदयपुर में हुई. यहां वह डीएसपी भी रही. करीब 2 साल से अधिक समय तक दिव्या मित्तल आबकारी विभाग उदयपुर में डीएसपी रही. इस दौरान भी उन पर शराब माफियाओं से सांठ-गांठ के आरोप लगे और उन्हें एपीओ होना पड़ा था.

2 महीने तक एपीओ रहने के बाद दिव्या मित्तल ने एक बार फिर उन्हें उदयपुर में नियुक्ति तो मिली, लेकिन उन्हें फील्ड पोस्टिंग नहीं मिली. उन्हें असिस्टेंट कमांडेट खेरवाड़ा में लगाया गया था. यहां पर भी सालभर रहने के बाद उन्होंने करीब 2 साल का कार्यकाल टोंक में बिताया.

पिछले 2 साल से एसओजी अजमेर में एएसपी के पद पर कार्यरत थीं. बताया जाता है कि उदयपुर में ही पोस्टिंग के दौरान दिव्या मित्तल को उदयपुर इतना भा गया कि वे कभी उदयपुर छोड़ना नहीं चाहती थीं. जिसके चलते यहां एक आलीशान रिसोर्ट भी बना लिया.

करीब 45 पहले हरियाणा से शिफ्ट हो गया था परिवार
सीनियर आरपीएस अधिकारी का परिवार करीब 45 साल पहले हरियाणा से चिड़ावा शिफ्ट हो गया था. उनके पिता ने चिड़ावा में ट्रेक्टर एजेंसी खोली. इसके बाद उनके दो भाइयों ने प्राइवेट बस और माइनिंग का भी बिजनेस किया. फिलहाल चिड़ावा में अब बस उनके माता-पिता ही रहते हैं. जबकि दिव्या मित्तल का एक भाई पिलानी में व्यवसाय करता है और दूसरा भाई प्रोपर्टी का काम करता है. उनकी स्कूल और कॉलेज की​ शिक्षा चिड़ावा में ही हुई.

गौरतलब है कि जयपुर एसीबी ने सोमवार को दिव्या मित्तल के अजमेर स्थित एआरजी सोसायटी के उनके फ्लैट समेत पांच ठिकानों पर छापा मारा. जिसके बाद कुछ दस्तावेज बरामद कर दिव्या को हिरासत में लिया. एसीबी के एएसपी बजरंग सिंह के मुताबिक एक परिवादी ने इस बात की सूचना दी थी कि उसके खिलाफ एक प्रकरण दर्ज होने के बाद उसमें से नाम हटाने के एवज में दो करोड़ रुपए की डिमांड की जा रही है. मामला सामने आने के बाद एसीबी ने दिव्या के अजमेर स्थित एआरजी सोसायटी के फ्लैट पर, जयपुर स्थित एक फ्लैट पर, उदयपुर के सिकलवास स्थित रिसॉर्ट, चिड़ावा स्थित इनके पैतृक घर और अजमेर स्थित एसओजी के दफ्तर में रेड की कार्रवाई की.

इनपुटः नैना शेखावत

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