सवाई माधोपुर: रणथम्भौर में गूंजी किलकारियां, बाघिन टी-124 रिद्धी ने दी खुशखबरी, सामने आई यह तस्वीर

सुनील जोशी

22 Jun 2023 (अपडेटेड: Jun 21 2023 4:17 PM)

Sawai Madhopur: सवाई माधोपुर जिले में स्थित रणथम्भौर (Ranthambore) टाइगर रिजर्व से एक बार फिर से खुशखबरी आई गई है. इस बार रणथंभौर में बाघिन टी-124 रिद्धी ने तीन शावकों जन्म दिया है. जिसे लेकर वन्यजीव प्रेमियों में खुशी की लहर है. जानकारी के मुताबिक बुधवार सुबह की पारी में जंगल सफारी पर गए पर्यटकों […]

Rajasthantak
follow google news

Sawai Madhopur: सवाई माधोपुर जिले में स्थित रणथम्भौर (Ranthambore) टाइगर रिजर्व से एक बार फिर से खुशखबरी आई गई है. इस बार रणथंभौर में बाघिन टी-124 रिद्धी ने तीन शावकों जन्म दिया है. जिसे लेकर वन्यजीव प्रेमियों में खुशी की लहर है. जानकारी के मुताबिक बुधवार सुबह की पारी में जंगल सफारी पर गए पर्यटकों को रणथम्भौर के जोन तीन में बाघिन रिद्धी टी-124 तीन शावकों के साथ नजर आई है.

यह भी पढ़ें...

पर्यटकों को बाघिन अपने शावकों को मुंह में दबाए शिफ्टिंग करती हुई नजर आई है. पर्यटकों एवं गाइड द्वारा रणथंभौर के वनाधिकारियों को बाघिन एवं शावकों के बारे में जानकारी दी गई, जिसके बाद वन विभाग के अधिकारी हरकत में आए और बाघिन व नन्हें शावकों की सुरक्षा को लेकर एहतियात के तौर पर बाघिन एवं शावकों की मॉनिटरिंग व ट्रेकिंग बढ़ा दी गई है.

नवम्बर में भी बाघिन रिद्धी ने दिया था शावक को जन्म

रणथम्भौर में यह दूसरा मौका है, जब बाघिन रिद्धी-टी 124 ने शावकों को जन्म दिया है, इससे पहले गत वर्ष नवम्बर में भी जोन तीन में बाघिन रिद्धी एक शावक के साथ पर्यटकों को नजर आई थी, लेकिन बाद में यह शावक लापता हो गया था. वन विभाग के सूत्रों की मानें तो बाघिन ने करीब 30 मई के आसपास शावकों को जन्म दिया है.

करीब 20 दिन पहले दिया जन्म!

पिछले करीब 20 दिनों से बाघिन का मूवमेंट लगातार जोन तीन में राजबाग लैक और हंटिंग पैलेस के आसपास के क्षेत्र में बना हुआ है. ऐसे में शावकों की उम्र भी बीस दिन के करीब बताई जा रही है. बाघिन के तीन शावकों के साथ नजर आने से वन्यजीव प्रेमियों सहित वनाधिकारियों में खुशी की लहर है. गौरतलब है कि बाघिन के तीन शावकों के साथ नजर आने के साथ ही रणथंभौर में करीब 76 बाघ-बाघिन एवं शावक हो गए हैं, जो रणथंभौर के लिए खुशी की बात है.

    follow google newsfollow whatsapp